भोपाल/छतरपुर। वो मेरी बेटी को शादी के लिए मनाने आया था। बेटी शादी से इनकार कर रही थी। दो दिनों से मेरे घर पर ही ठहरा था। मैं जैसे ही बाथरूम में गई तो उसने बेटी को गोली मार दी। मेरी बेटी को बचा लो...। जिला अस्पताल में पुलिस और डॉक्टरों से गिड़गिड़ाती ये उस मां के बयान है, जिसकी बेटी को एक सब इंस्पेक्टर ने गुरुवार को गोली मार दी। युवती ने जिला अस्पताल में दम तोड़ दिया।
शहर के पन्ना नाका में रहने वाले अजय सिंह परमार की बेटी शिरोमणि सिंह (22) को गुरुवार की दोपहर गोली मार दी गई। पुलिस ने उसे जिला अस्पताल में भर्ती कराया। घटना के बारे में शिरोमणि सिंह की मां चंदा परमार ने बताया कि उनकी बेटी शिरोमणि सिंह की शादी की बात रैपुरा पन्ना के देवी सिंह बुंदेला के बेटे रावेंद्र सिंह से चल रही थी। गुरुवार को रावेंद्र उनके घर में था। दोपहर करीब 1.30 बजे जब शिरोमणि घर के अंदर आंगन में पढ़ रही थी, तभी रावेंद्र ने अपनी सर्विस रिवाल्वर से उसे गोली मार दी। इस घटना के बाद भाग रहे आरोपी सब इंस्पेक्टर को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है।
दो दिनों से घर पर ही ठहरा था :
मृतका की मां चंदा परमार रिटायर्ड टीचर हैं। वे बताती हैं कि रावेंद्र उनका दूर का रिश्तेदार है। दो वर्ष पहले जब उसका चयन एसआई में हो गया था, तब उन्होंने ही रावेंद्र से अपनी बेटी शिरोमणि की शादी की बात शुरू की थी। इसके बाद रावेंद्र ने बेटी शिरोमणि को देखा और पसंद कर लिया। इसी बीच रावेंद्र की ट्रेनिंग पूरी हुई और उसकी पोस्टिंग प्रोवेशनर एसआई के रूप में हो गई। लेकिन जल्दी-जल्दी ही उसे दो-तीन थानों से भगा दिया गया। इसके साथ ही रावेंद्र का व्यवहार ठीक नहीं लगा। इसलिए उसने शादी करने से इनकार कर दिया था।
वर्तमान में रावेंद्र ग्वालियर जिले के इंदरगंज थाने में बतौर पीएसआई पदस्थ था। चंदा बताती हैं कि मंगलवार की रात करीब 10-11 बजे रावेंद्र उनके घर आया और एक ट्रेनिंग के लिए दिल्ली जाने की बात कही। इसलिए उन्होंने रात में रुकने दिया। बुधवार को दिनभर जबरन रावेंद्र उनके घर में रहा और शिरोमणि को शादी के लिए राजी करने का प्रयास करता रहा। गुरुवार की दोपहर वह ट्रेनिंग पर जाने के लिए बात कह रहा था। इसलिए सुबह से खाना खाया। जब शिरोमणि आंगन में बैठकर पढ़ रही थी, तभी रावेंद्र ने उसके सिर में गोली मार दी।
होनहार थी शिरोमणि :
शिरोमणि के पिता अजय सिंह बताते हैं कि उनकी बेटी शिरोमणि ने मैथमेटिक्स से एमएससी की थी। वर्तमान में वह लॉ के अंतिम सेमेस्टर की पढ़ाई कर रही थी। पढऩे में होशियार शिरोमणि राजनीति में भी थी। वह एनएसयूआई की प्रदेश इकाई में पदाधिकारी भी रह चुकी है। शिरोमणि अपने माता-पिता की इकलौती संतान थी।