मध्यप्रदेश के अतिथि शिक्षक साथियों 13 फरवरी 14 को जो उदबोधन मंच से अध्यक्षी आसंदी से दिया था। उस में स्पष्ट किया था की यदि 23 ता. तक सरकार हमारे विषय में अपनी नीतिया स्पष्ट नही करती है और प्रदेश अध्यक्ष भाजपा मा. नरेद्र तोमर जी के आश्वासन कोरे सत्यापित होते है तो 25 ता. से अतिथि शिक्षक संघ ने जो निर्णय लिया है वह अमल किया जायगा।
प्रत्येक जिला व्लाक ईकाई पर स्थानिय पदाधिकारियों के नेतृत्व में अनुमति लेकर प्रत्येक विधायक, मंत्री एवं सांसदो के निवास के सामने आमरण अनशन पर बैठेगें। प्रदेश ईकाई मंत्रालय और मुख्यमंत्री निवास पर अनशन करेगी। क्यो के हमे न तो मोदी की लोकप्रियता चाहिये न शिवराज जी का मामा-भान्जे के भावनात्मक शोषण व दोहन करने बाले लोक लुभावन मीठे बोल लेकिन भूखे पेट मारने बाली नीति न ही कांग्रेस के जन कल्याण कारी नारे जो पेट नही भरते।
स्थाई रोजगार और पद का स्थायित्व हमारा अधिकार हैं ईतने वर्ष दी हुई सेवाओं का मूल्य है जो लेना ही है हर हाल में चाहे अव यह हमे म.प्र. की सङ़को पर माग कर मिले या सरकार के गलत नीतियो के विरोध में सिरमुङ़न संस्कार कराकर मिले या फिर चाटुकरो की वाह वाही से घिरे आत्मप्रशंशी मुख्यमंत्री जी की वादा खिलाफी बाली छवी को पूरे देश में दिखाने के लिये प्रदेश स्तर पर लोकतत्र के पावन पर्व लोकसभा चुनाव के मतदान का सपरिवार वहिष्कार करके।
साथियों अपने वीच रहने बाले भेदियों राजनैतिक पदो के लालची संघ द्रोहियो और संघ की आङ में पदो कि सोदे वाजी करने बाले संघ के हमारे गरीब भाईयों को लूटने बाले मक्कारो को ढूढ कर वाहर निकाल फैको जो हमारी सफलता में बाधक हैं।
धन्यवाद
अतिथि शिक्षक
म.प्र.