भोपाल। मध्यप्रदेश में कांग्रेस की सबसे ताकतवर सीट नेताप्रतिपक्ष के लिए संघर्ष अब तीखा हो गया है। इधर दिग्विजय सिंह अपने लाड़ले अजय सिंह को रिपीट कराना चाहते थे तो उधर कालूखेड़ा ने खुले मैदान में खम ठोक दिया है।
मध्यप्रदेश विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष की कुर्सी को लेकर चल रहा है। पूरा संडे विधायकों की रायशुमारी करते-करते माथापच्ची में निकल गया, लेकिन नतीजा वही, ढाक के तीन पात!
मध्यप्रदेश विधानसभा में 230 सीटें, कांग्रेस को मिलीं मात्र 58! इस दु:खद ताजातरीन राजनीतिक इतिहास के बावजूद कांग्रेस में ठाकुरों की ठसक दूर होने का नाम नहीं ले रही! नेता प्रतिपक्ष की कुर्सी के लिए अब दो ठाकुरों के बीच जंग शुरू हो गई है।
सोमवार को इसी कुर्सी के किस्से की स्क्रिप्ट हैरतभरे अंदाज में चेंज हो गई। कुर्सी के दावेदार ठाकुर महेंद्र सिंह कालूखेड़ा ने मीडिया के सामने बोल दिया कि, पिछली बार नेता प्रतिपक्ष पर अनुकंपा नियुक्ति हो गई थी जबकि सबसे योग्य और सीनियर वे ही थे। दरअसल, जमुना देवी के निधन के कारण ठाकुर अजय सिंह को नेता प्रतिपक्ष बनाया गया था।
तब महेंद्र सिंह कालूखेड़ा मन मसोसकर रह गए थे। हालांकि इस बार वे मुखर हैं और कुर्सी पाने ऐढ़ी-चोटी का जोर लगा रहे हैं। कालूखेड़ा का कहना है कि उन्हें सभी नेताओं जैसे-ज्योतिरादित्य सिंधिया, कमलनाथ आदि का समर्थन है। यही नहीं 58 में से 35 विधायक उन्हें नेता प्रतिपक्ष की कुर्सी पर देखना चाहते हैं।