राकेश दुबे@प्रतिदिन। मध्यप्रदेश में खाना बनाने की गैस सबसे महंगी है | आज से केंद्र सरकार ने सब्सिडी वाले सिलिंडरों की संख्या १२ कर दी है | मध्यप्रदेश सरकार टैक्स के नाम पर प्रदेश की जनता को हलकान किये हुए है | रसोई गैस के बारे में कुछ सोचना होगा वरन कोई नया आन्दोलन प्रदेश में जन्म ले सकता है |
कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गाँधी ने प्रधानमंत्री से इस बाबत मांग की थी |फरवरी २०१४ से यह नई योजना लागू होगी |केंद्र सरकार ने सब्सिडी का बोझ कम करने के लिए सितम्बर २०१२ में साल भर में छह सिलिंडर देने का प्रस्ताव किया था | भारी विरोध के बाद जनवरी २०१३ में संख्या बढाकर ९ की गई थी और अब १२ कर दी गई है|
मध्यप्रदेश में रसोई गैस ही नहीं सारे पेट्रोलियम पदार्थों की कीमते देश में सबसे ज्यादा है , कारण प्रदेश का कर ढांचा है | इन पदार्थों में सरकार ने अन्य राज्यों की तुलना में सबसे ज्यादा टैक्स लगा रखा है | यही स्थिति बिजली की है , मध्यप्रदेश में बिजली करों के कारण महंगी है |
भारतीय जनता पार्टी सिलिंडरों की संख्या में वृद्धि को लोकसभा चुनाव में मतदाताओं को लुभाने वाला कदम बता रही है | मध्यप्रदेश की भाजपा सरकार को भी इन करों कोकम करने बाबत सोचना चाहिए | लोकसभा चुनाव की आचार संहिता जल्दी ही लग सकती है | फिर कुछ नहीं हो पायेगा |अभी कुछ करना होगा |
