भोपाल। मध्यप्रदेश के अतिथि शिक्षकों ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से रायसेन में की गई उस घोषणा को पूरा करने की मांग की है जिसमें उन्होंने अतिथि शिक्षकों को संविदा शिक्षक बनाने की बात कही थी।
भोपाल समाचार को भेजी एक ज्ञापन की प्रतिलिपि में अतिथि शिक्षकों ने क्या कुछ लिखा है आप खुद पढ़ लीजिए:—
माननीय मुख्यमंत्री महोदय,
मध्यप्रदेश सरकार
भोपाल,
सन्दर्भ - अतिथि शिक्षक को संविदा शिक्षक के समान दर्जा देकर भर्ती प्रकिया में प्राथमीकता प्रदान करने बाबत्।
महोदय,
उपरोक्त विषयान्तर्गत निवेदन है कि शासकीय विद्यालयो में लगाये गयें अतिथि शिक्षक वर्ग 1, 2, 3, के पदों पर कार्य करते हुए 4, 5 वर्ष हो गये है। परन्तु पिछले शासन काल से ही इनके वेतन में किसी प्रकार कि वृ˜द्धि नही की गई है। साथ ही उनको स्थाई करने व संविदा शिक्षक के समान का दर्जा नहीं दिया गया। जबकि आप के द्वारा रायसेन जिले के अन्त्योदय मेले में अतिथि शिक्षकों को स्थाई करने की घोषणा की गई थी।
राजस्थान सरकार में माननीया मुख्यमन्त्री महोदया अपने घोषणा पत्र में अतिथि शिक्षक /विद्यार्थी मित्रो को स्थाई करने व उनकी समस्याओं का समाधान करने की बात कही है।
जब मध्यप्रदेश सरकार के समय प्राथमिक / माध्यमिक / हाई स्कूल / हायर सेकेन्ड्री विद्यालयो में शिक्षको कि कमी थी और शिक्षा का स्तर बहुत कमजोर था तब अतिथि शिक्षको ने स्थाई शिक्षक के समान पूर्ण ईमानदारी व लगन से अपनी सेवाए दी जिससे बच्चों की शिक्षा व परिणाम में गुणवत्ता आई।
अतः श्रीमान से निवेदन है कि योग्यताधारी शिक्षण प्रशिक्षण अतिथि शिक्षक जिनको 3, से 4 वर्ष से कार्यरत् है उन शिक्षको को प्राथमिकता प्रदान करते हुए संविदा शिक्षक बनाया जाये।
धन्यवाद
समस्त अतिथि शिक्षक
1. शिक्षा मन्त्री
2. जिला कलेक्टर
3. क्षेत्रीय विधायक गरोठ भानपुरा