भोपाल। मप्र के स्वास्थ्य कर्मचारी और डाक्टरों ने 31 जनवरी को सामूहिक अवकाश पर जाने का ऐलान किया है। वे मरीजों की इलाज के दौरान मौत के मामले में डॉक्टरों और स्वास्थ्य कर्मचारियों पर लापरवाही का मामला दर्ज करने से नाराज हैं।
सोमवार को मप्र चिकित्सा एवं स्वास्थ्य सेवा कर्मचारी संयुक्त मोर्चा ने मीडिया से चर्चा करते हुए यह घोषणा की। मोर्चा के अध्यक्ष डॉ. अजय खरे और मप्र शासकीय तृतीय वर्ग कर्मचारी संघ के अध्यक्ष अरुण द्विवेदी ने बताया कि सिवनी जिले के लखनादौन में 21 जनवरी को 16 साल की एक लड़की की इलाज के दौरान मौत हो गई थी। इस मामले के बाद परिजनों के साथ भीड़ ने प्रदर्शन किया था। इस आधार पर प्रशासन ने डॉ. ज्योतिबाला पेंद्रे और स्टाफ नर्स वसुंधरा रजक के खिलाफ इलाज में लापरवाही बरतने का मामला दर्ज किया है। मोर्चा ने इस मामले में सिवनी कलेक्टर को हटाने की मांग की है।
मोर्चा ने बताया लखनादौन के अलावा धार सहित कई अन्य मामलों में भी डॉक्टरों और नर्सों को ही दोषी माना गया। मोर्चा ने चेतावनी दी कि यदि ये मामले वापस नहीं लिए गए, तो डॉक्टर 31 जनवरी को सामूहिक अवकाश पर चले जाएंगे।