भिंड। व्यापमं की पुलिस आरक्षक भर्ती में धोखाधड़ी का एक मामले का और खुलासा हुआ है। परीक्षा में फर्जी तरीके से सिपाही बनने के एक मामले का खुलासा हुआ है। पुलिस आरक्षक की लिखित परीक्षा में अपने स्थान पर किसी और को बैठाकर परीक्षा पास कर ली।
उत्तरप्रदेश के एक युवक ने पुलिस आरक्षक भर्ती की लिखित परीक्षा को अपने स्थान पर किसी और को बैठाकर पास की। इतना ही नहीं भिंड पुलिस लाइन में पदस्थ रहते हुए उसने करीब एक साल तक पगार भी ली। सोमवार को यह फर्जीवाड़ा उजागर हो गया है, जिसके बाद देहात थाना पुलिस ने युवक के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज किया है।
पुलिस के अनुसार 29 सितंबर 2012 को ग्वालियर में व्यापमं ((व्यावसायिक परीक्षा मंडल)) ने पुलिस आरक्षक की भर्ती परीक्षा आयोजित की। इसमें हिस्सा लेने के लिए उत्तरप्रदेश के मथुरा जिला अंतर्गत आने वाले इटोली थाना गया के निवासी मुनीम खां ((२४)) पुत्र बशीर खां ने आवेदन किया, लेकिन मुनीम खुद परीक्षा में नहीं बैठा।
उसे डर था कि वह फेल न हो जाए। इसलिए उसने दूसरे युवक को अपने स्थान पर बैठा दिया। रिजल्ट आने पर मुनीम खां पास हो गया। इसके बाद फिजीकल उसने स्वयं दिया और पुलिस की नौकरी ज्वाइन कर ली। साल २०१२ में ही उसकी पदस्थापना भिंड पुलिस लाइन में कर दी गई।
ऐसे पकड़ में आया मामला
बताते हैं कि इस संबंध में पीएचक्यू भोपाल स्तर पर एक शिकायत की गई, जिसके बाद देहात थाना पुलिस ने मामले में जांच की। जांच में आरोपी सिपाही के फिंगर प्रिंट और हैंडराइटिंग समेत अन्य चीजों का मिलान किया गया, जो कि सही नहीं निकला। इससे प्रथम दृष्टया मुनीम खां का दोष सिद्ध पाया गया है। इसी के आधार पर पुलिस ने उसके खिलाफ धोखाधड़ी और अपने स्थान पर दूसरे व्यक्ति को बैठाने की धारा में मामला दर्ज किया है।
अन्य लोग भी शामिल हो सकते हैं इस फर्जीवाड़े में
पुलिस आरक्षाक भर्ती परीक्षा में अपने स्थान पर दूसरे व्यक्ति को बैठाने का यह मामला सिर्फ एक व्यक्ति तक ही सीमित नहीं है। इसमें और भी लोग शामिल हो सकते हैं। यह बात खुद पुलिस अफसर भी स्वीकार कर रहे हैं। हालांकि उनके द्वारा अभी जांच की बात कही जा रही है।
पुलिस लाइन से भाग गया मुनीम
देहात थाना टीआई सीबीएस रघुवंशी ने बताया कि मामले में आरोपी बनाए गए मुनीम खां को अभी गिरफ्तार नहीं किया जा सका है। शायद उसे एफआईआर दर्ज किए जाने की भनक पहले से लग गई, जिसके बाद देहात थाना पुलिस जब मुनीम खां से पूछताछ के लिए पुलिस लाइन पहुंची, तो वहां पता चला वह पहले से भाग निकला है।
॥प्रथम दृष्टया यह पता चला है कि परीक्षा देने वाला व नौकरी करने वाला व्यक्ति अलग है। इस आधार पर धोखाधड़ी का मामला दर्ज किया गया है। हो सकता है कि इस फर्जीवाड़े में और भी लोग शामिल हों, मामले में इसकी जांच की जा रही है।
डॉ. आशीष, एसपी भिंड