भोपाल। वैसे पुलिस एक्ट में यह कहीं नहीं लिखा कि किसी फरार आरोपी को गिरफ्तार करने से पहले किसी के आदेश लिए जाएं परंतु मामला जब ग्रहमंत्री के दामाद की गिरफ्तारी का हो तो बात कुछ और ही हो जाती है।
राजस्थान में बीएसपी के टिकिट पर विधायक बना ग्वालियर का फरार चिटफंड कारोबारी बनवारीलाल कुशवाह मध्यप्रदेश के पूर्व ग्रह राज्यमंत्री का दामाद है। बस इसी के चलते अभी तक इसकी गिरफ्तारी नहीं की गई और वो किसी अज्ञात स्थान पर छिपा रहा परंतु अब जब वो चुनाव जीतकर सार्वजनिक जीवन में आ गया है तब भी उसे अरेस्ट नहीं किया जा रहा। ग्वालियर पुलिस इसके लिए डीजीपी मध्यप्रदेश के आदेश का वेट कर रही है।
कुछ नए खुलासे
चिटफंड कंपनी गरिमा रीयल एस्टेट एंड एलाइड के फरार संचालक और धौलपुर (राजस्थान) से बसपा विधायक बनवारीलाल कुशवाह के फरेब की एक और कड़ी सामने आई है।
जिसमें उसने लोगों के करोड़ों रूपये ठगने वाली गरिमा रीयल एस्टेट एंड एलाइड के नाम पर ही ऑल इंडिया एचीवर्स कान्फ्रेंस में बेस्ट बिल्डर का खिताब हासिल किया था। करीब 4 साल पहले 21 अगस्त 2008 को दिल्ली के ताज होटल में आयोजित ऑल इंडिया एचीवर्स कान्फ्रेंस में देश की जानी मानी हस्तियों के बीच बनवारीलाल कुशवाह गरिमा रीयल एस्टेट एंड एलाइड के संचालक के तौर पर मौजूद रहा।
इसी संस्था के 59 वें सेमीनार में 7 फरवरी 2009 को बनवारीलाल कुशवाह ने जेम ऑफ इंडिया का पुरस्कार भी लिया था। सूत्र बताते हैं कि गरिमा रीयल एस्टेट के जरिए लोगों को ठगने के लिए बनवारीलाल ने ये पुरस्कार खरीदे थे। इसके लिए उसने लाखों रूपए का दान भी दिया था। वहां लिए गए पुरस्कारों के बड़े-बड़े फोटो और ब्रोशर में उसने इन फोटो को चस्पा किया था। ताकि लोगों को बड़े निवेश के लिए आकर्षित कर सके।
भोपाल में भी मंथन
चिटफंडी बसपा विधायक बनवारीलाल कुशवाह को दबोचने के लिए पुलिस के बडे अफसर मंथन में जुटे हैं। उसे दबोचने के लिए महकमा भोपाल में बैठे अफसरों के इशारे के इंतजार में है। रविवार को पुलिस अधिकारियों ने चिटफंड कंपनी गरिमा रियल एस्टेट की केस डायरी की उन खामियों को परखा जिनके सहारे मुख्य आरोपी बनाया गया बनवारीलाल पुत्र माधव सिंह कुशवाह तफ्तीश में बाहर निकल रहा था।
हलफनामे में एक और झूठ
चिटफंडी बसपा विधायक बनवारी लाल के चुनाव आयोग को दिए गए हलफनामे में गरिमा रीयल एस्टेट एन्ड एलाइड से अपने नाते का कोई जिक्र नहीं किया है। जबकि इसी चिटफंड कंपनी की ओर से वो बेस्ट बिल्डर का पुरस्कार ले चुका है।
ईनामी बालकिशन भी है फरार
पूरे मामले में पुलिस और प्रशासन केवल बनवारीलाल पर ही ध्यान केंद्रित किए हुए है। जबकि बनवारीलाल का छोटा भाई और मप्र के पूर्व गृह राज्यमंत्री नारायणसिंह कुशवाह का दामाद भी ग्वालियर पुलिस के रिकॉर्ड में फरार है। पुलिस ने उस पर 2 हजार का ईनाम भी घोषित कर रखा है। लेकिन उसे दबोचने की कोई योजना तैयार नहीं की है। बालकिशन तक हाथ पहुंचने के बाद पुलिस के हाथ कई सुराग लग सकते हैं। लेकिन मामला हाईप्रोफाइल होने के चलते पुलिस इस प्रकरण को छूने से भी डर रही है।