अचानक एसटीएफ के सामने पेश हो गए लक्ष्मीकांत, साथ में थे सुधीर शर्मा

भोपाल। अंडरग्राउंड चल रहे मध्यप्रदेश के पूर्व उच्च शिक्षामंत्री लक्ष्मीकांत शर्मा की लोकेशन ट्रेस होने के बाद आज सोमवार को वो अचानक एसटीएफ के सामने पेश हो गए। उनके साथ उनके रिश्तेदार व सह आरोपी सुधीर शर्मा भी थे।

पिछली सरकार में उच्च शिक्षा और जनसंपर्क जैसे पॉवरफुल मंत्रालय के मुखिया रहे लक्ष्मीकांत शर्मा ने शायद ही कभी सोचा होगा कि, उनके दिन कुछ यूं फिर जाएंगे! पहले विधानसभा चुनावमें सिंरोज से पराजित हुए और अब उन पर व्यापमं द्वारा आयोजित संविदा शिक्षक वर्ग-2 और तीन के एग्जाम में भ्रष्टाचार का आरोप लगा है। जब एसटीएफ ने उनके खिलाफ इस मामले में दो केस बनाए, तो वे भूमिगत हो गए थे।

मामला दर्ज होते ही वो दिल्ली जा पहुंचे थे जहां उन्होंने इस मामले में प्रेशर गेम खेला और खुलेआम बताया कि यदि उन्हें जेल जाना पड़ा तो अकेले नहीं जाएंगे। बस इसी के साथ अचानक ही उनकी गिरफ्तारी के प्रयास धीमे हो गए थे परंतु आज अचानक वो एसटीएफ के सामने पेश हो गए। समझौता क्या हुआ और परिणाम क्या होगा यह तो भविष्य ही बताएगा परंतु समाचार लिखे जाने तक उनके बयान जारी थे।


पूर्व मुख्यमंत्री उमाभारती का भी इस मामले में कथिततौर पर नाम उछल गया था। तब उन्होंने अपनी नाराजगी जताते हुए मीडिया के सामने एसटीएफ की कार्रवाई पर सवाल खड़े कर दिए थे। उन्होंने यह भी कहा था कि यदि लक्ष्मीकांत निर्दोष हैं, तो वे भागें नहीं, सामने आकर अपनी बात रखें। संभवत: लक्ष्मीकांत शर्मा को उनकी बात जंच गई और वे अचानक सोमवार को एसटीएफ के सामने पेश हुए।


व्यावसायिक परीक्षा मंडल (व्यापमं) द्वारा आयोजित संविदा शिक्षक वर्ग दो और तीन की परीक्षाओं में हुई गड़बड़ी में पूर्व उच्च शिक्षा मंत्री लक्ष्मीकांत शर्मा के खिलाफ स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) ने धोखाधड़ी के दो मामले दर्ज किए हैं। शर्मा के पास तकनीकी शिक्षा विभाग भी था, जिसके अधीन व्यापमं काम करता है। केस दर्ज करने के बाद एसटीएफ उन्हें पूछताछ के लिए ढूंढ रही थी, लेकिन वे गायब हो गए थे। अचानक सोमवार को वे एसटीएफ के सामने पहुंचे। शर्मा के साथ ही राजभवन के ओएसडी धनराज यादव भी इस मामले में आरोपी बनाए गए हैं।

एसटीएफ की ओर से व्यापमं परीक्षा में हुई गड़बड़ी में दो अलग-अलग एफआईआर दर्ज की गई हैं। दोनों ही मामलों में तत्कालीन मंत्री लक्ष्मीकांत शर्मा नामजद आरोपी हैं। व्यापमं के पूर्व परीक्षा नियंत्रक पंकज त्रिवेदी, प्रिंसिपल सिस्टम एनालिस्ट नितिन महिंद्रा, सीनियर सिस्टम एनालिस्ट अजय सेन, असिस्टेंट प्रोग्रामर चंद्रकांत मिश्रा, पूर्व मंत्री लक्ष्मीकांत शर्मा के ओएसडी ओपी शुक्ला के साथ ही 130 परीक्षार्थियों को भी आरोपी बनाया गया है। एसटीएफ की ओर से राजधानी के सीजेएम पंकज सिंह माहेश्वरी की अदालत में इस एफआईआर की एक प्रति सूचनार्थ पेश की गई है।


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