भोपाल। व्यापमं की संविदा शिक्षक भर्ती परीक्षा में गड़बड़ी के आरोपी तत्कालीन परीक्षा नियंत्रक पंकज त्रिवेदी और प्रिंसिपल सिस्टम एनालिस्ट नितिन महिंद्रा ने अपने स्तर पर ही उम्मीदवारों के कट ऑफ मार्क्स तय कर लिए थे।
जिन उम्मीदवारों ने उन्हें पैसे दिए, उसकी कॉपी जांचे बगैर उसे कट ऑफ मार्क देकर पास कर दिया गया। एसटीएफ की जांच में यह खुलासा हुआ है। इस तरह की गड़बड़ी वाले 125 उम्मीदवारों की परीक्षा निरस्त की जा रही है।
सूत्रों ने बताया कि 125 उम्मीदवारों की परीक्षा निरस्त करने के आदेश इसी सप्ताह के अंत तक जारी कर दिए जाएंगे। जांच में पता चला है कि इस गड़बड़ी के लिए त्रिवेदी और महिंद्रा ने परीक्षा की स्कैन डाटा शीट बदली थी। वे रिजर्वेशन रोस्टर के आधार पर कट ऑफ मार्क्स की लिस्ट तैयार करते थे।
भरने थे 80 हजार पद : व्यापमं ने जनवरी-फरवरी 2012 में सरकारी स्कूलों में शिक्षकों के खाली 80 हजार पद भरने वर्ग दो, तीन की संविदा शिक्षक पात्रता परीक्षा कराई थी।
मिहिर चौधरी गिरफ्तार : इधर, नापतौल निरीक्षक भर्ती परीक्षा में गड़बड़ी के मामले में हिरासत में लिए गए निरीक्षक नापतौल मिहिर कुमार चौधरी को एसटीएफ ने बुधवार को गिरफ्तार घोषित कर दिया। मिहिर का चयन आरएसएस के एक वरिष्ठ पदाधिकारी की सिफारिश पर हुआ था।
वर्गवार संविदा शिक्षक परीक्षा के कट ऑफ मार्क
सामान्य (अनारक्षित) 111
अन्य पिछड़ा (ओबीसी) 109
अनुसूचित जाति (एससी) 106
अनुसूचित जनजाति (एसटी) 101
जांच में सामने आया
:संविदा शिक्षक पात्रता परीक्षा 2 व 3 में शामिल सामान्य वर्ग के एक उम्मीदवार ने ओएमआर शीट में 12 प्रश्नों के जवाब दिए। लेकिन रिजल्ट शीट में उसे 111 नंबर दिए गए। :ओबीसी के एक उम्मीदवार को परीक्षा में 109 नंबर दिए गए, जबकि उसने ओएमआर आंसरशीट में सिर्फ 18 गोले काले किए थे।