भोपाल। विधानसभा चुनाव की हार के साथ ही कांग्रेस पार्टी का बुरा वक्त शुरू हो गया है। विधायक चौधरी राकेश सिंह और सांसद राव उदयप्रताप सिंह के कांग्रेस छोड़कर भाजपा में जाने के बाद कांग्रेस के दो और सांसद पंजे का दामन छोड़कर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के पीछे चलने की तैयारी में हैं।
दोनो ही सांसद आदिवासी वर्ग से आते हैं। यह संख्या बढ़ भी सकती है। इन सांसदों के पार्टी छोड़ने की खास वजह लोकसभा चुनाव की टिकट न मिल पाने की चिंता है। 2014 में होने वाले लोकसभा चुनाव के लिए पार्टी हाईकमान ने इन दोनो ही सांसदों की टिकट काटे जाने के संकेत दे दिए हैं और इसी बात से घबराकर सांसदों ने पलायन करने का रूख अख्तियार कर रखा है।
फिलहाल,बात इस बिंदु पर ठहरी हुई है कि भाजपा उन्हें लोकसभा की टिकट देने की शर्त मान ले। यदि ऐसा हुआ तो कांग्रेस सांसदों की संख्या 11 से घटकर और नीचे गिर जाएगी। विधानसभा चुनाव में मिली ऐतिहासिक विजय के साथ भाजपा ने कांग्रेस पार्टी के दिग्गज नेताओं के किले ध्वस्त किए और अब वह अपने इस विजय अभियान को लोकसभा में भी बरकरार रखने के लिए आदिवासी सांसदों पर नजर गड़ाए चल रही है। भाजपा ने तय किया है कि वह इस चुनाव में कांग्रेस से सभी सीटें छींन लेगी।