इंदौर। मध्यप्रदेश क्रिकेट एसोसिएशन (एमपीसीए) के सहसचिव अल्पेश शाह द्वारा जूनियर महिला क्रिकेटर से अश्लीलता मामले का शनिवार को नाटकीय पटाक्षेप हुआ।
मामला एमपीसीए में तो खत्म हो गया लेकिन कई सवाल छोड़ गया। मामले की पुलिस जांच जारी होने के साथ कोर्ट में विचाराधीन है, जिस पर पीडित पक्ष की स्थिति स्पष्ट नहीं है।
होलकर स्टेडियम पर दोपहर 12.30 बजे से शुरू हुई जांच समिति की बैैठक में पीडिता, उसके पिता एवं दादाजी मौजूद थे। करीब 3 घंटे बाद सभी एक साथ बाहर आए और समिति अध्यक्ष पूर्व न्यायाधीश इंद्राणी दत्ता ने बताया, इस मामले का पटाक्षेप हो गया है। समिति रिपोर्ट एमपीसीए अध्यक्ष ज्योतिरादित्य सिंधिया एवं राज्य महिला आयोग को देगी।
माफीनामा स्वीकार: परिजन
पीडिता के दादाजी ने कहा हमने बिना शर्त मानते हुए समझौता कर लिया है। अल्पेश ने पहले मौखिक माफी मांगी थी, जिससे हम सहमत नहीं थे। कोर्ट में केस पर उन्होंने कहा, वहां की प्रक्रिया पर बाद में सोचेंगे।
सचिव मेनन नदारद रहे
एमपीसीए पदाधिकारी पर लगे गंभीर आरोप एवं संगठन की बदनामी के बाद भी सचिव नरेंद्र मेनन ने इस मामले से दूरी बनाए रखी। जांच समिति की स्टेडियम में हुई 6 बैठक सहित इससे जुड़े अन्य मामलों में भी रूचि नहीं दिखाई। अनुचित रूप से चेयरमैन एमके भार्गव का नाम जोड़े जाने पर भी उन्होंने न प्रतिक्रिया दी और न भार्गव की मदद को आगे आए।
शाह की अग्रिम जमानत खारिज
एमपीसीए के सहसचिव अल्पेश शाह की शनिवार को सत्र न्यायालय ने अग्रिम जमानत खारिज कर दी। एडीजे अवनींद्र सिंह की कोर्ट में मामले की सुनवाई की गई।
5 हजार का इनाम घोषित
टीआई मनोज रत्नाकर के मुताबिक अल्पेश शाह की जानकारी इकट्ठा की जा रही है, कई स्थानों पर तलाश हुई लेकिन वे नहीं मिले है। आईजी ने शाह की गिरफ्तारी पर 5 हजार का इनाम घोषित किया है।