भोपाल। संचालक चिकित्सा शिक्षा ((डीएमई)) ने सोमवार को सरकारी और प्राइवेट मेडिकल कॉलेजों में पीएमटी 2013 से एडमिशन लेने वाले 32 विद्यार्थियों के प्रवेश निरस्त कर दिए। इन विद्यार्थियों ने व्यावसायिक परीक्षा मंडल (व्यापमं) की पीएमटी में गड़बड़ी करने वाले गिरोह के सरगना डॉ. संजीव शिल्पकार की मदद से नकल करके परीक्षा पास की थी।
संयुक्त संचालक चिकित्सा शिक्षा डॉ. एनएम श्रीवास्तव ने बताया कि पीएमटी गड़बड़ी मामले में व्यापमं ने 70 परीक्षार्थियों की पीएमटी निरस्त की थी। इनमें से 12 ने सरकारी और 20 ने प्राइवेट मेडिकल कॉलेजों में एडमिशन लिया था। सभी के एडमिशन कॉलेज डीन को निर्देश देकर निरस्त करा दिए हैं। साथ ही मेडिकल काउंसिल ऑफ इंडिया (एमसीआई) को कार्रवाई की रिपोर्ट भेज दी है।
केवल 3 विद्यार्थियों के एडमिशन किए निरस्त
चिरायु मेडिकल कॉलेज के डायरेक्टर डॉ. अजय गोयनका ने बताया कि पीएमटी में गड़बड़ी करके केवल 3 विद्यार्थियों ने एडमिशन लिए थे। इनमें से दो के एडमिशन अक्टूबर में व एक विद्यार्थी का एडमिशन पिछले सप्ताह निरस्त किया है। इसकी रिपोर्ट डीएमई को भेज दी है।
- किस कॉलेज के कितने छात्रों के एडमिशन हुए निरस्त
- गांधी मेडिकल कॉलेज , भोपाल 5
- एमजीएम मेडिकल कॉलेज, इंदौर 5
- जीआर मेडिकल कॉलेज, ग्वालियर 1
- नेताजी सुभाषचंद्र बोस मेडिकल कॉलेज, जबलपुर 1
- चिरायु मेडिकल कॉलेज , भोपाल 5
- एलएन मेडिकल कॉलेज, भोपाल 1
- पीपुल्स मेडिकल कॉलेज, भोपाल 12
- आरडी गार्डी मेडिकल कॉलेज, उ'जैन 1
- अरविंदो मेडिकल कॉलेज, इंदौर 1
(कॉलेज के नाम और निरस्त एडमिशनों की संख्या संयुक्त संचालक डॉ. एनएम श्रीवास्तव के बताए अनुसार)
इसके लिए डॉ. शिल्पकार ने व्यापमं के तत्कालीन परीक्षा नियंत्रक डॉ. पंकज त्रिवेदी और प्रिंसिपल सिस्टम एनालिस्ट नितिन महेंद्रा से सांठगांठ की थी।