भोपाल। कंफेडरेशन ऑफ रियल एस्टेट डेवलपर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया (क्रेडाई) की नेशनल कानक्लेव नई दिल्ली के एयरो सिटी स्थित जेएसडब्ल्यू मेरियट होटल में 13-14 दिसंबर के बीच होने जा रही है। इसमें राजधानी से करीब 20 बिल्डर शिरकत करेंगे।
कानक्लेव में रियल एस्टेट डेवलपर्स की राह में आने वाली बाधाओं को दूर करने और देश के सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) में इसके योगदान को बढ़ाने पर चर्चा होगी। यह बात क्रेडाई नेशनल के सचिव विजय मीरचंदानी ने कही। वे होटल रिजेंसी में एक प्रेसवार्ता को संबोधित कर रहे थे।
उन्होंने बताया कि हाल फिलहाल देश के सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) में रियल एस्टेट क्षेत्र का योगदान 6.3 फीसदी है। सरकार रियल एस्टेट क्षेत्र के लिए बेहतर नीतियां बनाए तो यह बढ़ाकर 12 फीसदी हो सकती है। उन्होंने जल्द ही आने वाले रियल एस्टेट रेगुलेटरी बिल पर टिप्पणी करते हुए बताया कि क्रेडाई खुद रियल एस्टेट सेक्टर में पारदर्शिता लाने की पक्षधर है।
लेकिन प्रस्तावित बिल में प्रोजेक्ट विलंब के लिए केवल रियल एस्टेट डेवलपर्स को ही जिम्मेदार ठहराया गया है। जबकि एप्रूवल और इसके बाद एनओसी में बेहद समय लगता है। सरकार इनके लिए भी समय सीमा तय करे। उन्होंने रियल एस्टेट क्षेत्र में लगातार बढ़ती कीमतें और डिमांड सप्लाई के बीच सही संतुलन न होने के लिए शहरों में मास्टर प्लान के अनुपालन में हो रहे विलंब को जिम्मेदार माना।