भोपाल/ राजगढ़। यह कोई आंदोलन नहीं, लेकिन सत्ता का दुरुपयोग करने वालों के खिलाफ एक सशक्त मुहिम अवश्य कही जा सकती है। मलावर थाना प्रभारी एसआई अमृता सोलंकी ने 26 नवंबर को इस्तीफा दे दिया है। अपने इस्तीफे में उन्होंने चुनाव पर्यवेक्षक गया प्रसाद पर ड्यूटी के दौरान उनसे अभद्रता करने व अपशब्द बोले जाने का कारण बताया है।
हालांकि उधर, चुनावी थकान के बाद कुछ पल फुर्सत के बिताने पचमढ़ी पहुंचे मध्यप्रदेश के मुख्य निर्वाचन आयुक्त जयदीप गोविंद ने पिपरिया में इस मामले पर जांच जारी होने की बात कही है, लेकिन इधर, सोशल साइट फेसबुक पर अमृता सोलंकी ने 27 नवंबर को अपना इस्तीफा अपडेट करते हुए पोस्ट किया है। इस पोस्ट पर लोगों की जबर्दस्त प्रतिक्रियाएं आ रही हैं। हैरानी की बात यह है कि पुलिसकर्मी भी इस पर अपने प्रतिक्रिया देते हुए आपबीती बता रहे हैं। हालांकि यह और बात है कि इस मामले के बाद अमृता ने अपना मोबाइल नंबर बंद करं लिया है।
यह था मामला
जिले के कई थानों में यातायात व्यवस्था व सटोरियों पर कार्रवाई के लिए सुर्खियों में रहीं सुश्री सोलंकी ने पुलिस महानिरीक्षक प्रशासन भोपाल को अपना इस्तीफा भेजा है। इस्तीफा में उन्होंने कहा है कि 22 नवंबर की रात पगारी बंगला के पास नेशनल हाईवे पर ड्यूटी के दौरान वह चैकिंग कर रही थीं। इस दौरान लाल बत्ती लगा वाहन नंबर एमपी 04 टीए 1892 वहां से गुजरा।
सुश्री सोलंकी के मुताबिक यह जानने के लिए कि कहीं कोई लालबत्ती वाहन का दुरूपयोग तो नहीं कर रहा, उन्होंने उसे रोक लिया। इससे उसमें सवार चुनाव पर्यवेक्षक नरसिंहगढ़ विधान सभा गया प्रसाद नाराज हो गए। महिला एसआई के मुताबिक श्री प्रसाद ने उनके साथ अपशब्दों का प्रयोग कर वरिष्ठ अधिकारी से कार्रवाई कराने और ऐसा नहीं होने पर मामला उच्चाधिकारियों तक पहुंचाने की धमकी दी। सुश्री सोलंकी के मुताबिक इस घटना से उन्हें मानसिक पीड़ा हुई है। इस कारण वह अवसाद की स्थिति में आ गई हैं। इस वजह से वह बिना एक महीना का नोटिस दिए इस्तीफा दे रही हैं।