आगरमालवा। मध्यप्रदेश के आगरमालवा जिले की सुसनेर विधानसभा क्षेत्र में दो गांव के मतदाताओं ने गांव में विकास नहीं होने पर दोनों दलों के प्रत्याशियों पर नाराजगी जताते हुए मतदान नहीं करने का निर्णय लिया है।
सूत्रों के अनुसार करकरिया और बान्याखेड़ी में मतदान शुरू हुए लगभग चार घंटे बीत चुके है और यहां के एक भी मतदाता ने अब तक अपने मताधिकार का प्रयोग नहीं किया है। दोनों ही गांव के लोगों में सड़क और बाणगंगा नदी में पुल के निर्माण नहीं होने को लेकर नाराजगी जाहिर की और मतदान नहीं करने का निश्चय किया है।
करकरिया में कुल मतदाता 516 है इसमें 270 पुरूष और 246 महिला मतदाता है और गांव की आवादी एक हजार है। बान्याखेड़ी में कुल मतदाता 480 है जिसमें 254 पुरूष और 226 महिला मतदाता है। गांव की कुल आबादी आठ सौ है।
सीधी में अमेड़िया गांव के लोगों ने किया मतदान का बहिष्कार
सीधी। मध्यप्रदेश के सीधी जिले के ढौहनी विधानसभा क्षेत्र के अमेठिया गांव में सडक नहीं बनने से नाराज लोगों ने मतदान करने से मना कर दिया है। ग्रामीणों के अनुसार अमेठिया गांव के बारह सौ से अधिक मतदाताओं ने एक माह पहले गांव में सड़क बनाने के लिए प्रशासन से कहा था और ऐसा नहीं होने की स्थिति में मतदान बहिष्कार की चेतावनी दी थी। इसके बाद भी गांव में सड़क नहीं बन पाने से नाराज स्थानीय लोगों ने आज मतदान करने से मना कर दिया। मतदान नहीं होने की सूचना के बाद मौके पर पहुंचे प्रशासनिक अमले ने लोगों को समझाने का प्रयास किया, लेकिन इसके बाद भी मतदाता अपनी बातों पर अड़े रहे।
जिले के प्रतिष्ठापूर्ण माने जाने वाली विधानसभा क्षेत्र चुरहट के अकौरी भुलगढ़ और कुंआ मतदान केन्द्रों में ईवीएम मशीन में तकनीकी खरीबी आने से मतदान दो घंटे विलंब से प्रारंभ हुआ। वहीं जिला मुख्यालय से लगभग 10 किलोमीटर दूर विसुनी टोला में आदिवासी समुदाय के लोगों द्वारा किसी एक पक्ष में मतदान करने से मना कर देने से नाराज सरपंच पति विनोद साकेत ने बस्ती में लगे सरकारी हैण्डपंप के पुर्जे खोल लिए। शिकायत के बाद पुलिस ने आरोपी सरपंच पति को गिरफ्तार कर लिया गया।