बुरहानपुर। जिले में चिह्नित 25 प्रतिशत उत्कृष्ट प्राथमिक- माध्यमिक विद्यालयों में अध्ययनरत् छात्र-छात्राओं की गुणवक्ता उन्नयन करना अति आवश्यक हो गया है।
कार्यालय आयुक्त संभाग इंदौर के पत्र अनुसार शासकीय प्राथमिक- माध्यमिक शालाओं में पाया गया कि अध्ययनरत् छात्र-छात्राओं का गुणवक्ता का स्तर राज्य शिक्षा केन्द्र के द्वारा निर्धारित मापदंड की तुलना में अत्यंत ही न्यून है।
स्थिति यह पाई गई कि जिन छात्र-छात्राओं की गुणवक्ता स्तर कक्षा 1 का है वे छात्र- छात्राएं कक्षा 3, 4 ओर कक्षा 5 वी में पढ़ रहे हैं। जो कि एक चिंताजनक है क्योंकि संबंधित शिक्षक जिन्होंने ऐसे विद्यार्थियों को शिक्षका दी है उनके द्वारा किए गए शिक्षकीय कार्य की सार्थकता पर प्रश्न चिन्ह है।
इसका तात्पर्य है कि शिक्षक विद्यालय में उपस्थित रहकर भी अपेक्षित गुणवक्ता पूर्ण अध्यापन कार्य नहीं कर रहे है। जो कि उचित नहीं है। ऐसे विद्यालयों में शिक्षा की गुणवक्ता उन्नयन करने के लिए अभियान के तौर पर चिहिन्त विद्यालय में अध्यापन कराने वाले शिक्षक का उत्तरदायित्व सुनिश्चित करने के लिए चरणबद्ध कार्यक्रम तय किया गया है।
गुणवत्ता सुधार का प्रशिक्षण
सर्व शिक्षा अभियान के तहत पायलट प्रोजेक्टर अंतर्गत जिले की 30 प्राथमिक ओर माध्यमिक शालाओं को डी व ई ग्रेड दिया गया है। इन शालाओं में शिक्षा के अधिकार नियमानुसार सर्वसुविधाएं उपलब्ध है इसके बाद भी इन शालाओं का शिक्षा स्तर निम्न होने से इन्हें डी व ई ग्रेड दिया गया है। इनमें खकनार विखं की 22 ओर बुरहानपुर विकासखंड की 9 शालाएं शामिल है। शालाओं में शिक्षा की गुणवक्ता सुधार को लेकर तीन चरणों में परीक्षाओं का आयोजन किया है। गत वर्ष प्रतिभा पर्व के द्वितीय चरण के परीक्षा
परिणाम के पश्चात इन शालाओं को ग्रेड मिले है। शिक्षा का स्तर सुधारने को लेकर 29 दिसंबर को सुभाष उत्कृष्ट विद्यालय व खकनार में डी ओर ई ग्रेड की शालाओं के प्राचार्यों, हेडमास्टरों, एपीसी, बीआरसी, सीएसी, बीओ को डाईट लेक्चरार, डीओ, एपीसी द्वारा एलसीडी के माध्यम से प्रशिक्षिण दिया जाएगा।