जीएम को हटाओ नहीं तो हालात बिगड़ जाएंगे: कलेक्टर ने सीएमडी को लिखा

ग्वालियर। मप्र मध्य क्षेत्र बिजली वितरण कंपनी के (जनरल मैनेजर) महाप्रबंधक करंट चार्ज पी.के. तिवारी के लिखाफ सहायक यंत्रियों की शिकायत पर जिलाधीश पी नरहरि ने सीएमडी बिजली कंपनी को लिखे पत्र में लिखा है कि शहर महाप्रबंधक के खिलाफ पूर्व में भी कई शिकायतें मिली हैं, इसलिये यदि इस मामले में ठोस कदम नहीं उठाये गये तो स्थितियाँ बिगड़ने की संभावना है।

कलेक्टर पी नरहरि ने सीएमडी नितेश व्यास को पत्र में स्पष्ट रूप से बताया है कि सहायक यंत्रियों ने महाप्रबंधक पी.के. तिवारी और पूर्व महाप्रबंधक आर.के. वर्मा के खिलाफ मानसिक रूप से प्रताडि़त करने की शिकायत दर्ज कराई है। कलेक्टर ने पत्र में इस बात का उल्लेख किया है कि पहले भी शिकायतें प्राप्त होने पर उनके द्वारा पत्र लिखे गये हैं, लेकिन सहायक यंत्री अभिजीत श्रीवास्तव की आत्महत्या के बाद कर्मचारी खासे नाराज हैं।

सहायक यंत्रियों के प्रतिनिधि मंडल ने जिलाधीश को राज्यपाल के नाम से अभिजीत सुसाइड केस की जांच कराई जाने और दोषी अधिकारियों के खिलाफ कड़ी कार्यवाही की मांग की थी। मानसिक रूप से प्रताड़ना करने पर अभिजीत नामक सहायक यंत्री ने आत्महत्या कर ली थी। इसके अलावा कई सहायक यंत्रियों एवं अन्य अधिकारियों के वेतन काट लिये थे तथा इसी वेतन काटने पर हुये विवाद पर पूर्व में उक्त महाप्रबंधक के डबरा में एक हरिजन कर्मचारी से विवाद होने पर पुलिस थाने में भी प्रकरण दर्ज हो चुका है।

प्रकरण दर्ज कराने वाले कर्मचारी को दूर स्थानांतरण कर इतना प्रताडि़त किया गया कि परिवार से दूर रहने के कारण मजबूरीवश उसे अपना प्रकरण वापिस लेना पड़ा। नियम विरूद्ध कई सालों से ग्वालियर अंचल में पदस्थ रहते हुये, चैकिंग, मीटर सत्यापन, खरीदी एवं अन्य खर्चों के नाम पर अंधाधुंध कार्य नियम विरूद्ध कराये हैं साथ ही पात्र न होते हुये भी शासन और सी.एम.डी. नितेश व्यास आई.ए.एस. को गुमराह कर सीनियरों को दर किनार कर करंट चार्ज सांठगांठ कर हथिया लिया है। करंट चार्ज में आते ही उपभोक्ताओं का शोषण शुरू कर दिया है एक स्थानीय मंत्री को अपना रिश्तेदार बताकर प्रशासनिक अधिकारियों को भी गुमराह करते हैं।


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