अनूपपुर। उडीसा और आंध्रप्रदेश के तटवर्ती क्षेत्र में आये तूफान के कारण जिले में भी फाइलिन का असर रहा। जिसमें दो दिनों तक हुई अनवरत वर्षा के कारण कृषकों की फसल पूरी तरह चौपट हो गई। पूर्व में भी रह-रह कर होने वाली बारिश ने फसल को आंशिक नुकसान हुआ था किन्तु दो दिनों की बारिश ने रही सही कसर पूरी कर दी।
प्रकृति की मार से परेशान कृषक 15 अक्टूबर को कलेक्टर कार्यालय पहुंच बर्बाद हुई फसल का नमूना दिखाने के साथ ही मूल्यांकन कराकर मुआवजा दिलवायें जाने की मांग की।
सोयाबीन की फसल हुई पानी-पानी
अपना आवेदन लेकर पहुंचे ग्रामीणों ने बारिश में तबाह हुई सोयाबीन के फसल का नमूना भी लेकर आयें थें। इस वर्ष हुई बारिश की वजह से खेतों में पानी भर गया और पानी की अधिक्ता के कारण सोयाबीन की फसल पूर्णत: चौपट हो गई। जिससे कृषकों को भारी नुकसान हुआ है।
इन ग्रामो में कहर
जिला मुख्यालय से सटे ग्राम कांसा, पिपारिया, पोड़ी, दुलहरा लखनपुर ग्राम के ग्रामीण अपनी मांग लेकर उपस्थित हुयें थें। जबकि बारिश ने जिले भर में अन्नदाताओं की मेहनत पर पानी फेर दी है। वेंकटनगर में भी बारिश ने फसल को चौपट कर दिया है।
इनका कहना है
जिले के पुष्पराजगढ़ क्षेत्र में नुकसान नहीं है। यह नुकसान ८-१० गांव में अनूपपुर क्षेत्र में है। वहीं यह पानी धान के लिये अच्छा है।
उप संचालक कृषि
आर.एल.जामरे
राजस्व अमले के द्वारा फसल नुकसान का आकंलन कराया जायेगा तथा उचित कार्यवाही की जायेगी।
श्रीमती मिनिषा पांडेय
एसडीएम, अनूपपुर