नई दिल्ली। ज्योतिरादित्य सिंधिया मध्यप्रदेश में इस बार कांग्रेस की जीत को लेकर काफी आश्वस्त हैं। वह मध्यप्रदेश में रोजाना सभाएं और रैलियां कर रहे हैं और उन्हें विश्वास है कि इस बार कांग्रेस की ही सरकार बनेगी। इस मौके पर जब भास्कर.कॉम ने जब दिल्ली के सफदरजंग स्थित उनके निवास पर जाकर उनसे बातचीत की, तो उन्होंने बताया कि मैंने अपने करियर की शुरुआत बैंक में एक नौकरी के साथ की थी।
इसके बाद हायर स्टडीज़ के लिए बिज़नेस स्कूल ज्वाइन किया और फिर राजनीति में आया। वह पिछले तीन बार से सांसद है और उन्होंने ज़मीनी तौर पर काम किया है। उनका मानना है कि नए और उभरते हुए भारत में न सिर्फ बिज़नेसमैन बल्कि वो सभी लोग जो डेडिकेशन, पैशन के साथ काम कर रहे हैं, जरूर सफल होंगे और सफलता पाएंगे, जिससे की भारत भी सफलता की उंचाइयों को छुएगा।
ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा कि भाजपा इन दिनों लगातार मुझ पर हमले कर रही है। उनके नेता अपने बयानों में मुझ पर निशाना साध रहा हैं, लेकिन मुझे आश्चर्य है कि इसी भाजपा ने मेरी दादी को कोई मुद्दा नहीं बनाया। इतना ही नहीं वह तो इनकी पार्टी के प्रमुख नेताओं में थीं।
अगर मैं सामंतवादी, राजशाही का प्रतीक हूं तो क्या मेरी दादी मेरे परिवार से अलग थीं। भाजपा का यह रवैया उनकी हताशा और विचारधारा में द्वंद को दर्शाता है। बीजेपी के लिए मेरे परिवार का राजशाही का गढ़ होना कोई मुद्दा नहीं है, लेकिन मेरा शाही होना ये मुद्दा है। ये तो वही बात हुई कि 'चिट भी मेरी पट भी मेरी'। बीजेपी के इस कंन्फ्यूज़न को दूर करने के लिए अगर बीजेपी को मेरी मदद की जरूरत है, तो मुझे कोई समस्या नहीं है।
मोदी के स्वागत के लिए सरकारी मशीनरी का गलत इस्तेमाल किया गया
सिंधिया ने कहा कि मोदी मध्यप्रदेश के लिए कोई अन्जान व्यक्ति नहीं हैं। वो जहां-जहां भी गए हैं, सबको उसके नतीजे पता हैं। भोपाल में वो महाकुंभ के लिए आए थे और तैयारियां तो ऐसी थी कि जैसे बॉलीवुड शूटिंग के लिए कोई लोकेशन हो। बड़े-बड़े पोस्टर्स, सेटअप ये सब कितने में हुआ इसका अंदाजा सबको है। सभी अधिकारियों को निर्देश दिए गए कि इतने लोग लाओ, उतने लोग लाओ। यह राज्य की मशीनरी का पूरी तरह से दोहन करने जैसा था। यह ताकत और पैसे का प्रदर्शन था।
भाजपा के नेतृत्व में मध्यप्रदेश में बचा ही क्या है
सिंधिया ने कहा कि आज मध्यप्रदेश क्राइम कैपिटल बन गया है। सबसे ज्यादा बलात्कार के मामले इस राज्य में है। अन्य राज्यों की तुलना में 10 प्रतिशत अपराध इस राज्य में ज्यादा हो रहा है। यहां कोई सुरक्षित नहीं है चाहे वो शिक्षक हो, आईएएस अधिकारी हो, लड़कियां हो, या कोई और।
कानून और व्यवस्था के नाम पर यहां कुछ नहीं है। वे लोग केन्द्र में भ्रष्टाचार की बात तो करते हैं, लेकिन भाजपा मध्यप्रदेश में हुए भ्रष्टाचार को भूल जाता है। केन्द्र में अगर भ्रष्टाचार हुआ है तो हमने उसके खिलाफ कम से कम कदम तो उठाए हैं लेकिन मध्यप्रदेश में तो 12 नेता ऐसे हैं जिन पर भ्रष्टाचार के आरोप हैं।
नेताओं ही नहीं उनके ड्राइवरों के घर से भी पैसे और सोना मिलता है। भाजपा के राज में दिनदहाड़े लूट चल रही है। युवाओं के पास रोज़गार नहीं है और न ही एमपी की सरकार उनको रोजगार दिलाने के लिए प्रदेश में इंडस्ट्री लगा रही है। एमएनसी के अधिकारी किडनैप हो जाते हैं। बेटी बचाओ, लाडली, अटल ज्योति योजनाओं के नाम पर मायाजाल बना रखा है। कोई गांव नहीं है, जहां 24 घंटे बिजली आती हो।
मेरे परिवार का जनसेवा करने का इतिहास रहा है और इस बात पर मुझे गर्व है
सिंधिया ने कहा कि मेरा जन्म अगर किसी शाही परिवार में हुआ है, तो मैं कलंकित हो गया? मुझे गर्व है कि मैं सिंधिया परिवार से हूं, लेकिन यह कहना कि आपका जन्म एक परिवार में हुआ इसलिए आप कलंकित हो गए ये कहां तक उचित है। जिस परिवार का जनसेवा से कई सालों का इतिहास रहा है, मैं उस वंश का वंशज हूं, ये मेरे लिए गर्व की बात है।
कोई व्यक्ति पूर्ण नहीं होता, सबमें कमियां होती है और उन कमियों को दूर करना कोई बुरी बात नहीं है। मैं इस विचारधारा को मानता हूं और हमारे बारे में किए गए कमेंट्स को सकारात्मक रूप से लो और अपनी कमियों को सुधारकर स्वयं को सुदृढ़ बनाने की कोशिश करनी चाहिए। त्रुटियों को दूर करना हमारा दायित्व है।
केन्द्र तय करेगा कि कौन होगा मध्यप्रदेश का अगला मुख्यमंत्री
ये माना जा रहा है कि कांग्रेस में जितनी भी युवा ब्रिगेड है, उससे जो उम्मीदें थी वो पूरी नहीं कर पाई है और मध्यप्रदेश का अगला सीएम कौन होगा। इस पर सिंधिया ने जवाब देते हुए कहा कि मैं किसी और पर टिप्पणी नहीं करूंगा पर मध्य प्रदेश के बारे में कहूंगा कि पिछले 3 महीने में हम सब ने साथ मिलकर काम किया है और एक बार हमारी सरकार बनने तो दीजिए, जिसका हमें पूरा भरोसा है।
पहले मीडिया कहता था कि मध्य प्रदेश में कांग्रेस पार्टी किसी एक उम्मीदवार के सहारे पूरा कैंपन चलाती है, अब जब हमने आपकी बात मानकर साथ मिलकर काम करना शुरू किया, तो अब आप पूछ रहे हैं कि सीएम कौन होगा। ये फैसला पूरी पार्टी का होगा। हम सब लोग एक साथ मिलकर काम कर रहे हैं और इस बार हमारी पार्टी की ही सरकार बनेगी।
मेरी जिम्मेदारी कैंपेन कमेटी चीफ के तौर पर बहुत बड़ी है। जब से मुझे इस पद पर नियुक्त किया गया है तब से मैने यह सुनिश्चित किया है कि हम सब साथ काम करेंगे तो ही अच्छा काम होगा। एमपी में हो या अन्य राज्यों में कांग्रेस के पास गुणात्मक नेतृत्व की क्षमता है और सभी सरकार बनाने की दिशा में ही काम कर रहे हैं। हम लोगों ने पूरे एमपी को कवर करते हुए कई रैलियां की है। मेरी एप्रोच फोकस्ड है, मेरा पूरा ध्यान मेरी जिम्मेदारी पर है।
दिग्विजय के लिए दरवाजे बंद
ज्योतिरादित्य ने कहा कि मुझे बड़ा झटका लगा जब मैंने इस खबर को अखबारों में पढ़ा। ऐसा कुछ नहीं था। मैं भला ऐसा क्यों करूंगा, जो लोग मुझे जानते हैं उन्हें पता है कि यह मेरा स्टाइल नहीं है। उस दिन कॉन्फ्रेंस रूम में इतनी भीड़, धक्का मुक्की थी कि उसे कम करने के लिए कुछ लोगों को बाहर निकाला गया। संयोग से दिग्विजय जी आए, जिसके बारे में मुझे पता तक नहीं था, और भीड़ के कारण दरवाज़ा नहीं खोला गया। इस बात को इस तरह लिखा गया कि मैं खुद आश्चर्यचकित था।