पढ़िए मध्यप्रदेश के राजघरानों की राजनीति

भोपाल। प्रदेश की राजनीति में राजघरानों का हमेशा से प्रभाव रहा है। इस बार भी विधानसभा चुनाव में अलग-अलग राजघरानों के करीब चार दर्जन उम्मीदवार टिकट की दौड़ में हैं।

कुछ राज परिवारों में टिकट को लेकर आपस में ही खींचतान है तो कुछ को अपनी ही पार्टी के अन्य दावेदारों से चुनौती मिल रही है। कई राजा-महाराजा और उनके परिजन भाजपा और कांग्रेस दोनों ही दलों में प्रभावी भूमिका में हैं। अपना प्रभुत्व जमाए रखने के लिए राजघरानों के वंशज दलीय निष्ठा बदलने से भी गुरेज नहीं करते।

राजघराना एक, लेकिन दल अलग-अलग

कांग्रेस ने ग्वालियर राज परिवार के मुखिया ज्योतिरादित्य सिंधिया को चुनाव अभियान समिति का अध्यक्ष बनाया है। दूसरी ओर उनकी बुआ यशोधरा राजे भाजपा की तरफ से शिवपुरी से दावेदार हैं। यशोधरा ने इस बार अपने पुत्र अक्षय भंसाली का नाम भी आगे बढ़ाया है। इसी तरह रीवा के महाराजा पुष्पराज सिंह कांग्रेस में और उनके बेटे दिव्यराज सिंह भाजपा में शामिल हो गए हैं। नरसिंहगढ़ रियासत से पूर्व विधायक राजवर्धन सिंह भाजपा से दावेदार हैं और उनके बेटे विश्वप्रताप सिंह कांग्रेस से टिकट मांग रहे हैं। पन्ना राजघराने से ताल्लुक रखने वाले राज्यमंत्री बृजेंद्र प्रताप सिंह ने पिछला चुनाव पवई से जीता था, यहां उनकी भाभी दिव्या रानी कांग्रेस उम्मीदवार थीं। हालांकि उनकी जमानत जब्त हो गई थी। पन्ना की युवरानी जीतेश्वरी सिंह भी भाजपा में शामिल हो गई हैं और उनके पन्ना से चुनाव लड़ने की चर्चा है। अलीपुरा रियासत से पूर्व मंत्री मानवेंद्र सिंह भाजपा में शामिल हो गए हैं। वे छतरपुर जिले के महाराजपुर से इस बार भी चुनाव लड़ने के इच्छुक हैं।

महलों ने दिए दो मुख्यमंत्री

राघौगढ़ के राजा दिग्विजय सिंह लगातार दस साल मुख्यमंत्री रहे। उनसे पहले रामपुर बघेलान के गोविंद नारायण सिंह भी प्रदेश में मुख्यमंत्री रहे हैं। इस चुनाव में दिग्विजय सिंह के अनुज लक्ष्मण सिंह और सुपुत्र जयवर्धन सिंह भी टिकट की दौड़ में हैं। नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह की बहन वीणा सिंह के पति सिंगरौली राजघराने के पूर्णेश्वर प्रताप सिंह सिंगरौली से दावेदार हैं। गोविंद नारायण सिंह के पुत्र ध्रुवनारायण सिंह भोपाल (मध्य) से फिर दावेदारी कर रहे हैं। रामपुर बघेलान से भाजपा के टिकट की दावेदारी को लेकर ध्रुव के भाई हर्ष सिंह व प्रभाकर सिंह में ही संघर्ष है। वहीं, पीडब्ल्यूडी मंत्री नागेंद्र सिंह नागौद ने इस बार चुनाव नहीं लड़ने की घोषणा कर दी थी, लेकिन उनकी घोषणा के बाद परिवार में ही कई दावेदार खड़े हो गए।

राजपरिवारों से ये भी टिकट की दौड़ में
* मंत्री तुकोजीराव पंवार (देवास राजघराना)
* मंत्री विजय शाह और उनके भाई संजय शाह, पत्नी भावना शाह
* शहडोल सांसद राजनंदनी सिंह
* पूर्व मंत्री केपी सिंह (शहडोल) के भतीजे सतीश सिंह भी कांग्रेस से टिकट की मांग कर रहे हैं।
* पूर्व मंत्री महेंद्र सिंह कालूखेड़ा इस बार जावरा की बजाय मुंगावली (जिला गुना) से कांग्रेस से दावेदारी कर रहे हैं।
* कांतदेव सिंह (चितरंगी राजघराना) भाजपा में सिंगरौली से दावा कर रहे।
* वर्तमान विधायक राजवर्धन सिंह दत्तीगांव बदनावर (जिला धार) से कांग्रेस से टिकट के दावेदार
* वर्तमान विधायक प्रियव्रत सिंह, कांग्रेस (खिलचीपुर राजघराना)
* घनश्याम सिंह, कांग्रेस (दतिया राजघराना)
* लोकेंद्र सिंह, कांग्रेस (पन्ना राजघराना)
* राजनगर क्षेत्र से वर्तमान विधायक छतरपुर रियासत के विक्रम सिंह उर्फ नाती राजा कांग्रेस से दावेदार
* खरगापुर राजघराना से पूर्व विधायक सुरेंद्र प्रताप सिंह उर्फ बेबी राजा भाजपा
* गुना जिले में उमरी राजघराने के प्रबल प्रताप सिंह बामौरी से दावेदा

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