भोपाल। संविदा शाला शिक्षक वर्ग 2 उत्तीर्ण अभ्यर्थी श्री विजय सोनी ने एक ईमेल के जरिए सवाल उछाला है कि जब राजस्थान में पुलिसकर्मियों की भर्ती जारी है तो मध्यप्रदेश में अध्यापकों की काउंसलिंग आचार संहिता के नाम पर क्यों रोकी गई।
श्री सोनी ने अपने ईमेल में जो कुछ भी लिखा है हम उसे हूबहू प्रकाशित करने जा रहे हैं, यदि आपके पास है उनके सवाल का जवाब और दर्द का मरहम तो कृपया कमेंट बॉक्स में शेयर करें या हमें मेल करें। पढ़िए श्री विजय सोनी जी को:—
आत्मीय संपादक जी,
जैसा की आपको विदित है कि आगामी 25 नवम्बर को होने वाले विधानसभा चुनाव के चलते मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़ सहित 5 राज्यों में 4 अक्टूबर से आचार संहिता लागू हो गयी है जिसके कारण अभी हाल ही में शुरू हुई संविदा शिक्षकों की दूसरी काउंसलिंग की प्रक्रिया को बीच में ही रोक दिया गया जिससे नौकरी की आस लगाये हुए हजारों व्यापम पास प्रशिक्षित युवाओं का शिक्षक बनने का सपना अधूरा ही रह गया है परन्तु अपने ही पड़ोसी राज्य छत्तीसगढ़ में आचार संहिता को अनदेखा करते हुए पुलिस की भर्ती प्रक्रिया पूर्ण की जा रही है जो कि मध्यप्रदेश सरकार के भेदभाव पूर्ण रवैये को प्रदर्शित करता है।
अतः उपदेश अवस्थी जी आपसे नम्र निवेदन है कि मेरी बात को तर्क संगत मानते हुए उचित मार्गदर्शन करने का कष्ट करें । तथा इस खबर को प्रमुखता से प्रकाशित करने का कष्ट करें, जिसके लिए मै आपका सहृदय आभारी रहूँगा।
प्रार्थी - विजय सोनी, संविदा शाला शिक्षक वर्ग 2 उत्तीर्ण अभ्यर्थी