भोपाल। मध्यप्रदेश में आचार संहिता लागू है, परंतु रायसेन के जिला शिक्षा अधिकारी को इससे कोई फर्क नहीं पड़ता। शिक्षा के अधिकार कानून को तोड़कर जुगाडू मास्टरों को अटैचमेंट देने वाले डीईओ ने आचार संहिता लागू होने के बावजूद अटैचमेंट एनओसी दे डाली।
मामला रायसेन जिले के जनपद शिक्षा केन्द्र गैरतगंज एवं संकुल केन्द्र उत्कृष्ट विद्यालय गैरतगंज का है। यहां कई शिक्षकों को नियमों के खिलाफ शालाओं से अटैच करके बाबूगिरी कराई जा रही है। जनपद शिक्षा केन्द्र गैरतगंज में तकरीबन तीन एवं उत्कृष्ट विद्यालय में दो शिक्षकों को ग्रामीण क्षेत्र के स्कूलों से अटैच करके गैर शैक्षणिक कार्य कराया जा रहा है।
स्कूलों में पढाई व्यवस्था प्रभावित हो गई है। उत्कृष्ट विद्यालय में प्राचार्य डीडी सिंह ने रमपुराकलां के शिक्षक सुरेश जैन एवं मा. शाला गैरतगंज के शिक्षक सुदामा प्रसाद माली को गैर शैक्षणिक कार्यालयीन कार्य में लगा रखा है। इनमें सुरेश जैन का अटैचमेंट आचार संहिता के लागू होने के बाद किया गया।
इसी प्रकार जनपद शिक्षा केन्द्र के अंतर्गत मा.शाला खमरिया गढी के एक अतिथि शिक्षक सहित दो अन्य शिक्षकों को अटैच करके बाबूगिरी करवाई जा रही है। शिक्षा के अधिकार कानून के तहत शिक्षकों से अध्यापन के सिवाय अन्य कोई कार्य कराया जाना या अटैचमेंट करना नियमों का उल्लंघन है। वहीं चुनाव आयोग द्वारा जारी आचार संहिता के दौरान भी इस प्रकार के आदेश वर्जित है परन्तु शिक्षा विभाग के अधिकारी बैखोफ अपनी गतिविधियों को अंजाम दे रहे है।
जांच कर होगी कार्रवाई
षिक्षकों के किसी भी प्रकार के अटैचमेंट नही हो सकते है। तथा आचार संहिता का पालन बेहद जरूरी है। अगर ऐसी गडबडी हुई है तो जांच कर उचित कार्रवाई की जावेगी।
एसपी त्रिपाठी
जिला शिक्षा अधिकारी रायसेन