भोपाल। उद्योग मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने अपने बेटे आकाश को जन्मदिन के तोहफे के तौर पर उसके रास्ते से हट कर आगामी विधानसभा चुनाव में पर्दे के पीछे काम करने का निर्णय लिया है। विजयवर्गीय ने युवाओं में अपने बेटे की लोकप्रियता को देखते हुए यह बात सोची और अपने मन की बात फेसबुक पर शुभचिंतकों से साझा की है।
विजयगर्वीय ने फेसबुक पर लिखा है कि उनका यह निर्णय भावना से ग्रसित होकर नहीं है। आकाश को जन्मदिन पर अपनी तरफ से वे यह सौगात देना चाहते हैं। विजयवर्गीय के अनुसार आकाश की लोकप्रियता का अहसास उन्हें बीती रात हुआ, जब हजारों युवा उसके जन्मदिन के उपलक्ष्य में होली, दीवाली मनाते उनके घर पहुंचे। रात में उन्होंने सोचा कि अब उन्हें आकाश के रास्ते से हट जाना चाहिए।
अब संगठन का काम करूंगा
कैलाश विजयवर्गीय ने फेसबुक पर डाले गए अपने विचारों को सही बताते हुए कहा कि वे अब संगठन का काम करना चाहते हैं। धार्मिक एवं सांस्कृति कार्यों में भी उनकी रुचि है। अभी वे विधानसभा और लोकसभा चुनाव में पार्टी के लिए पूरी ताकत से काम करेंगे और सरकार बनने के बाद धीरे-धीरे खुद को अपनी रुचि के कार्यों की ओर लगाएंगे। आकाश के लिए सीट छोड़े जाने के सवाल पर उन्होंने कहा कि एक पिता की हैसियत से उन्होंने सोचा कि बेटा जवान हो गया है अब उसके रास्ते से हट जाना चाहिए। आकाश को महू से लड़ाने के सवाल पर उन्होंने कहा कि यह निर्णय पार्टी करेगी कि उन्हें कहां से लड़ाएगी। टिकट देना पार्टी के अधिकार क्षेत्र का मामला है।