इन्दौर। आसाराम बापू को ठग और ना जाने क्या क्या कहने वाले दिग्विजय सिंह ने मध्यप्रदेश का मुख्यमंत्री रहते हुए आसाराम की खूब सेवा की। यहां तक कि इन्दौर में करोड़ों की जमीन कोड़ियों के दाम दे डाली और आसाराम ने सरकारी खाते में वो कौड़ियां भी जमा नहीं करवाई।
खंडवा रोड पर कथावाचक आसाराम के आश्रम को दी गई जमीन की लीज शर्तो का उल्लघंन और सरकारी जमीन पर किए गए कब्जे की जांच के जिला प्रशासन ने आदेश दिये है।
राज्य सरकार ने वर्ष 1998 मे एक रूपए सालाना लीज पर लिंबोदी गांव मे आसाराम को गुरूकुल आश्रम एवं ध्यान योग केन्द्र के लिये करीब 17 एकड जमीन लीज पर दी थी। इसमे शर्त थी कि जमीन पर कोई निर्माण नही होगा। आसाराम की गिरफतारी के बाद मामला सुर्खियो मे आने पर जिला प्रशासन ने पुरानी फाइले खुलवाने के साथ ही प्रांरभिक जांच की तो अनियमितताएं सामने आई।
कलेक्टर आकाश त्रिपाठी ने आज बताया कि लीज शर्तों के उल्लघंन होने और सरकारी जमीन पर कब्जे के तथ्य सामने आए है।
उन्होने कहा कि लीज शर्तों के उल्लंघन और सरकारी जमीन पर कब्जे के मामले मे जांच के आदेश दिए है। रिपोर्ट आते ही ट्रस्ट के खिलाफ कार्रवाई की जायेगी। लीज पर दी गई जमीन छीनी भी जा सकती है।