रायसेन में ऐसा क्या हुआ कि सिंधिया के आंसू झलक पड़े

भोपाल। चुनाव अभियान समिति के अध्यक्ष बनने के बाद ज्योतिरादित्य सिंधिया बिना रुके लगातार मध्यप्रदेश के दौरे पर हैं। आज वो रायसेन में थे, यहां उनको देखने के लिए एक बड़ा जनसमूह मौजूद था। सिंधिया मंच पर आए, लेकिन आते ही भावुक हो गए, उनकी आखों से आंसू झलक पड़े।

दरअसल आज उनके पिता स्व माधवराव सिंधिया की पुण्यतिथि थी। ज्योतिरादित्य सिंधिया के जीवन का यह पहला दिन था जब वो इस अवसर पर ग्वालियर के जयविलास पैलेस में नहीं थे।

इसके अलावा रायसेन में क्या कुछ हुआ, पढ़िए यह रिपोर्ट

नेता तो मौजूद थे परंतु समर्थक थे नदारद

रायसेन। दस बरस सत्ता के सिंहासन से दूर बिखरी हुई कांग्रेस को एकता की डोर में बांधने के लिए पार्टी के सितारे रायसेन की ज़मीन पर उतरे तो कार्यकर्ताओं में जोश भर गया। दर्जन भर से ज्यादा शीर्ष नेताओं ने हजारों जनसमुदाय की मौजूदगी में भाजपा सरकार को प्रदेश के त त से हटाकर जनता की सरकार बनाने की हुंकार भरी। प्रदेश की कांग्रेस राजनीति में व्याप्त गुटबाजी के चलते पहली बार सभी गुटों के नेताओं का एक साथ एक मंच पर होना उनके समर्थकों के बीच दूरियों को कितना कम करेगा ये आने वाले वक्त से पहले कह पाना मुश्किल है। क्योंकि इन बड़े नेताओं की मौजूदगी के बावजूद इनके गुट के छुटभैया नेता नदारद थे। स्थानीय नेताओं के बीच मदभेद और वर्चस्व की लड़ाई पर विराम लगा तो निश्चित पार्टी मजबूत होगी।

किया पिता का पुण्य स्मरण

चुनाव अभियान समिति के अध्यक्ष ज्योतिरादित्य सिंधिया ने मंच पर आने के बाद जनता का हाथ हिलाकर अभिवादन स्वीकार किया और उसके बाद आज उनके पिता महाराज माधवराव सिंधिया की पुण्यतिथि भी थी। अभिवादन के बाद सभी नेताओं ने स्व. सिंधिया के चित्र पर सूत की माला पहनाकर श्रृद्धांजलि अर्पित की। इस समय ज्योतिरादित्य सिंधिया भावुक हो गए और अपने पिता के चित्र के सामने मत्था भी टेका।

झलक पड़े आंसू

अपने भाषण की शुरूआत रायसेन की जनता को उनके परिवार का सदस्य बताते हुए की। उन्होंने कहा कि हम यहां केवल सत्ता पाने के लिए एकत्रित नहीं हुए है, कांग्रेस प्रदेश का विकास चाहती है। हमें सुबाई सियासत में बदलाव लाना है। सिंधिया ने मध्यप्रदेश की भाजपा सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि मप्र में आर्थिक स्वतंत्रता की लड़ाई है। हम जो वायदा करेंगे उसे पूरा भी करके दिखाएंगे। मैं आश्वासन कम ही देता हूं, काम पर भरोसा ज्यादा करता हूं। उन्होंने कहा कि 30 सितंबर को मेरे ऊपर वह पहाड़ टूटा था, जो ईश्वर किसी पर न लाए और आज के दिन मैं परिवार के साथ रहता हूं, पर कांग्रेस कर्म पर विश्वास रखती है, मैं दिल से नहीं दिमाग से सोचता हूं। मेरा एवं मेरे परिवार का संबंध इस क्षेत्र से पुराना है।

रायसेन क 1380 गावों के उजाले की योजना लाया हूं

भाजपा शिलान्यास में विश्वास रखती है और ए से लेकर जेड तक के नेता हर शिलान्यास में मौजूद रहते हैं, पर जनता के हक की लड़ाई में सब गायब, जबकि जनसेवक का काम दु:ख बांटना होता है। वर्तमान में मध्यप्रदेश की सरकार एस.एस. बंधु यानी सूर्यवंशी और शर्मा बंधु चला रहे हैं। मैं आज भी आपके बीच खाली हाथ नहीं आया, 65 करोड़ से रायसेन जिले के 1380 गांवों में उजाले की योजना लाया हूं।

जबकि रायसेन क्षेत्र ने देश को प्रधानमंत्री, मुख्यमंत्री एवं लोकसभा में प्रतिपक्ष की नेता दी है, परन्तु इसके बावजूद जिले का विकास अवरूद्ध है। उनका कहना था कि केंद्र शासन जनकल्याण के लिए लाखों रुपए खर्च करती है, लेकिन प्रदेश की भाजपा सरकार यह राशि डकार जाती है या फिर जनता में झूठी वाहवाही लूटने के लिए केन्द्र की योजनाओं को अपने नाम से प्रचारित करती है। कांग्रेस की एकता प्रदेश ही नहीं देश में भी अपना परचम लहराएगी।

अमीर बाप के नालायक बेटों को मिल रही है नौकरी

प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कांतिलाल भूरिया ने शिवराज सिंह सरकार को चुनौती देते हुए कहा कि यदि उनमें दम है तो मंच पर आकर जनकल्याण की योजनाएं और उनकी उपलब्धियां गिनकर बताएं। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार द्वारा गरीबों के लिए दिए जाने वाले अनाज भाजपा के दलाल खा रहे हैं। निर्माण कार्यों का ठेका लेने वाले भाजपाइयों ने नौकरी लगाने के नाम पर भी दलाली की है और प्रदेश में रुपयों के दम पर अमीर बाप के नालायक बेटे डॉक्टर, थानेदार और शिक्षक बन रहे हैं। श्री भूरिया ने मु यमंत्री पर भ्रष्टाचार के अनेक आरोप लगाते हुए कहा कि यदि वह चाहें तो उन पर मानहानि का दावा कर सकते हैं। अगर कांग्रेस की सरकार बनती है तो किसानों के कर्जे माफ होंगे। शिक्षाकर्मी, अतिथि शिक्षकों की मांग पूरी होगी और एक बत्ती कनेक्शन मु त दिया जाएगा। श्री सिंह ने कहा कि बेरोजगारों को रोजगार देना तो दूर प्रदेश की भाजपा सरकार ने बेरोजगारी भत्ता तक बंद कर दिया।

उन्होंने कहा कि तार में नहीं बिल में करंट आता है। प्रदेश के एक लाख लोगों को बिजली के बिल नहीं भरने के कारण किसान पुत्र कहने वाले सीएम ने जेल भिजवाया है। लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष भी क्षेत्र के विकास की बात नहीं करती हैं। प्रदेश में दो हजार लड़कियां गायब हैं, क्यों आवाज नहीं उठती? वन भूमि पर कब्जाधारी अनुसूचित जाति, जनजाति के लोगों को पैसा लेकर पट्टा वितरण हो रहा है, फिर जनता किस बात का आशीर्वाद दे। बीजेपी को तो इस बार चुनाव में नर्मदा मैया में ले जाकर डुबा दो।

प्रदेश में विपक्ष के नेता अजय सिंह 'राहुल भैयाÓ ने प्रदेश भाजपा उपाध्यक्ष डॉ. शेजवार पर आरोप लगाया कि उन्होंने तो खेत में ही अस्पताल डलवा दिया और रही कसर, सुषमा जी ने प्रदेश में आकर बिल्लारी बना दिया है। शर्मा बंधु सुषमा जी के भाई बन गए हैं। उन्होंने सीएम को विधानसभा का भगोड़ा कहते हुए कहा कि अब जन आशीर्वाद के नाम पर ढोंग कर रहा है। मैंने सार्वजनिक कार्यक्रमों में माला नहीं पहनने का संकल्प लिया है, आप लोग चाहो तो नवंबर के बाद मैं माला पहनूंगा, जब प्रदेश में कांग्रेस की सरकार बनेगी।

इसी क्रम में पूर्व केन्द्रीय मंत्री सुरेश पचौरी बोले कि विकास की योजनाओं के लिए पैसा केन्द्र सरकार देती है और श्रेय प्रदेश सरकार लूट रही है। जनता अब समझ चुकी है, इनके पापों का घड़ा जल्द ही फूट जाएगा।

औद्योगिक इकाईयों पर ताले पड़ गए

कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और केंद्रीय मंत्री कमलनाथ ने कहा कि मप्र में सबसे ज्यादा शोषण युवाओं का हुआ है। प्रदेश में भाजपा के राज में जितने उद्योग खुले नही, उससे कहीं ज्यादा पर तो ताले पड़ गए। आज हालत यह है कि सरकारी अस्पतालों में डॉक्टर और स्कूलों में शिक्षक नदारद हैं। शासन के अधिकारी कर्मचारी आम जनता से बिना घूस लिए कोई काम नहीं करते। चारों तरफ भ्रष्टाचार का बोलबाला है उद्योग के नाम पर प्रदेश में कोई पहल शुरू नहीं की।

किसानों को सरकार ने चोर बनाया

प्रदेश कांग्रेस प्रभारी मोहन प्रकाश ने कहा कि स्वयं को किसान का बेटा बताकर मु यमंत्री अन्नदाताओं के साथ छलावा कर रहे हैं। प्रदेश में न तो किसानों के लिए कल्याण की योजना बनी, न ही बेरोजगारों के लिए। किसान, नौजवान से लेकर आम जनता अनेक परेशानियों से जूझ रही है। मोहन प्रकाश ने भाजपा के भोपाल में होने वाले महाकु भ को लेकर भी चुटकी ली। और कहा कि किसानों का कर्ज माफ करने का वादा करने वाली भाजपा सरकार ने किसानों को कर्ज से मुक्त करने के बजाए चोर बना दिया। बिजली चोरी के झूठे प्रकरण बनाकर किसानों को जेल पहुंचा दिया है।

बड़ी संख्या में समर्थकों के साथ आए टिकटार्थी

वरिष्ठ कांग्रेसी नेताओं पर अपना प्रभाव गालिब करने के लिए अनेक टिकटार्थी वाहनों के लावाजमें के साथ समर्थकों की भारी तादाद लिए सभा स्थल पर जा पहुंचे। जिसके चलते कई बार अव्यवस्था की स्थिति निर्मित हो गई। निर्धारित कार्यक्रम करीब 1 घंटे विलम्ब से शुरू हुआ। इस स मेलन को सफल बनाने के लिए कांग्रेस ने जोरदार तैयारियां की थीं, लेकिन आयोजन स्थल पर उन कांग्रेसियों को नदारद देखा गया जो कि श्रीमंत ज्योतिरादित्य सिंधिया के पूर्वजों के जमाने से कांग्रेस का समर्थन करते आए हैं। पार्टी संगठन के मामले में कांग्रेस जिले में क पनी कांग्रेस बनकर रह गई है। 

सांची विधानसभा क्षेत्र में अपनी जीत का परचम फहराने के लिए बिना प्रदेश कांग्रेस कमेटी की राय जाने अपने-अपने लोगों को विभिन्न पदों की रेवडिय़ा बांट दी गई। ऐसे लोगों को पदाधिकारी बना दिया गया जो कांग्रेस से कहीं अधिक क पनी कांग्रेस की जी हुजूरी करते आए हैं। सभा स्थल पर ऐसे ही क पनी कांग्रेस के नेताओं एवं कार्यकर्ताओं की मौजूदगी ज्यादा देखी गई। मु य मंच पर भी वे लोग बड़े नेताओं के साथ फोटो सेशन करवाने जा पहुंचे थे। कई को पुलिस और नेताओं ने मंच से उतारा और कई बार पुलिस से नेताओं एवं प्रेस कर्मियों की हुज्जत भी हुई। इन सब के बावजूद तपती धूप में श्री सिंधिया को सुनने लोग डटे रहे। अन्य नेताओं की बात छोड़ दी जाए तो ज्योतिरादित्य सिंधिया के भाषण के समय सिंधिया सहित मौजूद जनसमुदाय भी भावुक हो गया।

सभा को पूर्व सांसद प्रतापभानु शर्मा सहित डॉ. प्रभुराम चौधरी, वीरसिंह रघुवंशी, मोहन प्रकाश सहित अनेक नेताओं ने संबोधित किया। मंच पर सांसद राव उदयप्रताप सिंह, सज्जनसिंह वर्मा, प्रदेश कांग्रेस नेत्री आभासिंह सहित टिकिटार्थियों की भीड़ रही। जिले का हर नेता और कार्यकर्ता श्री सिंधिया की नजर में आने के लिए व्याकुल दिखाई दिया।

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