छिंदवाडा। आज वर्तमान समय में देखा जाये तो हायर सेकेन्डरी स्कूलों में सबसे अधिक संख्या वाणिज्य संकाय में अध्यनरत छात्रों की है और सरकार ने मध्यप्रदेश के सभी स्कूलों में जहाँ वाणिज्य संकाय संचालित किये जा रहे है वहां वाणिज्य शिक्षक के 02 पदों की स्वीकृति प्रदान की है फिर भी संविदा शाला शिक्षक ग्रेड 01 में वाणिज्य संकाय के मात्र 56 पद ही निकले गए जो वर्तमान संख्या के मान से बहुत कम पद है।
जब मप्र में 50 जिले है तो बाकी जिलो में वाणिज्य के पद क्यों नहीं निकले गए क्या वहां वाणिज्य विषय संचालित नहीं होता, जबकि वाणिज्य विषय अध्यापन कराने वाले शिक्षको की बहुत कमी है।आज भी पूरे म0 प्र0 में लगभग 500 पद खाली होंगे। महोदय से अनुरोध है की जो कॉमर्स के पद सृजित किये गये है उन्हें भी प्रतीक्षा सूची से भरा जाये चाहे ग्रामीण क्षेत्र हो या शहरी।
(1) मेरा माननीय मुख्यमंत्री महोदय से विनम्र अनुरोध है की क्या हमारे मध्यप्रदेश में मात्र 18 जिले ही है जिनमे वाणिज्य संकाय संचालित होता है? और यदि नहीं तो सभी जिले से पद क्यों नहीं निकले गये।
(2) वर्तमान में उन्नत हायर सेकेंडरी स्कूल में जो वाणिज्य विषय के पद है उन्हें वेटिंग लिस्ट से भरा जाये।
(3) नगरीय निकाय के पदों को जोड़ा जाये और उन पर सीधी भर्ती की जाये क्योकि शहरी क्षेत्रो में पदोन्नति प्रक्रिया पूरी हो गई है.
(4) वर्तमान में जो 12500 पद सृजित किये गए है और जिन पर वित्त विभाग की अनुमति मिल गई है उन्हें भी प्रतीक्षा सूची से भरा जाये इसके बाद सेकण्ड काउंसिलिंग प्रारंभ की जाये।
माननीय मुख्यमंत्री महोदय से अनुरोध है की कॉमर्स के पदों पर भर्ती की जाये चाहे ग्रामीण क्षेत्र हो या शहरी क्षेत्र।
सरकार वाणिज्य विषय से संविदा शाला शिक्षक वर्ग 01 पात्रता परीक्षा पास प्रशिक्षित अभ्यर्थियों के भविष्य से खिलवाड़ कर रही है। मेरा माननीय मुख्यमंत्री महोदय से विनम्र अनुरोध है की वाणिज्य संकाय के पदों की संख्या बड़ाई जाये और मध्यप्रदेश के सभी जिलो से वाणिज्य की पोस्ट निकली जाये जिससे अध्यनरत छात्रो का भविष्य सुधर सके और बेरोजगारों को रोजगार मिले।.
कैलाश विश्वकर्मा (छिंदवाडा)
संविदा शाला शिक्षक 01
प्रतिक्षारत अभ्यर्थी
वाणिज्य