पढ़िए खंडवा के प्रॉपर्टी डीलर राजेश जैन के अपहरण की पूरी कहानी

इंदौर/खंडवा। रेडिसन होटल के पास से शनिवार को अगवा किए गए खंडवा के प्रॉपर्टी डीलर राजेश जैन को दो करोड़ रुपए देने के बहाने इंदौर बुलाया गया था। आरोपियों ने खुद को नेशनल हाईवे कंपनी का अधिकारी बताकर सात एकड़ जमीन का सौदा किया था।

साथ ही कहा था नेशनल हाईवे का ऑफिस इंदौर में है। इसलिए वहीं पेमेंट होगा। इधर, रविवार को राजेश की कार बॉम्बे हॉस्पिटल के सामने मिली। क्राइम ब्रांच और खंडवा पुलिस जांच कर रही है।

राजेश का अपहरण करने वाले बदमाश पिछले पांच दिन से खंडवा की रंजीत और कैसल-इन होटल में रुके थे। उनमें एक ने खुद का नाम होटल में डीएस सोलंकी लिखाया और नेशनल हाईवे कंपनी का मैनेजर बताया। उसके साथी का नाम राजू श्रीवास्तव बताया गया था।

दोनों होटलों में उन्होंने कोई आईडी प्रूफ नहीं दिया था। उन्होंने राजेश से बात कर खंडवा रोड पर फोरलेन बनाने का झांसा दिया था। इसके लिए कुछ जमीनें देखी। राजेश की पुश्तैनी जमीन छैगांवमाखन में हैं।  यहां उन्होंने सात-आठ एकड़ जमीन पसंद की और सौदा भी कर लिया।

कहा था- पेमेंट इंदौर में करेंगे

आरोपियों को राजेश ने बताया कि नेशनल हाईवे का ऑफिस इंदौर में है। यहां उनके बॉस आकर पेमेंट करेंगे। सौदा करीब दो करोड़ का हुआ था। यह पेमेंट आरोपियों ने इंदौर में देने की बात कही। इंदौर आने के लिए राजेश ने ही खंडवा की ट्रैवल्स की गाड़ी टवेरा (एमपी-12 टी-1555) आरोपियों को किराए से दिलवाई। आरोपी टवेरा से आए और राजेश अपने साथी ब्रोकर मनोज पारेख, उमेश सोनी, संतोष जैन, श्याम व अन्य के साथ अपनी स्विफ्ट कार (एमपी-09 सीसी-3501) से आए।

देवास बायपास पर भी जमीन देखने गए

राजेश ने इंदौर आने के बाद विजयनगर क्षेत्र में रह रही बहन से राखी बंधाई और फिर आरोपियों के साथ देवास गए। आरोपियों ने देवास बायपास पर भी जमीन खरीदने की बात कही। इस पर ब्रोकर्स ने देवास के ब्रोकर्स से संपर्क किया और आरोपियों को देवास बायपास की जमीन दिखाने ले गए। वहां से यह लोग शाम करीब 5 बजे लौटे।

सयाजी में बॉस बैठे हैं, पेमेंट ले आओ

इंदौर लौटने के बाद आरोपी राजेश की स्विफ्ट कार में बैठ गए और राजेश के साथियों से कहा सयाजी में हमारे बॉस आकर बैठे हैं। वहां जाकर पेमेंट के दो करोड़ रुपए ले आओ। राजेश के साथी सयाजी पहुंचे और करीब एक घंटा इंतजार किया। इस दौरान उन्होंने आरोपियों के यूपी वाले नंबर पर बात भी की। उन्होंने कहा- इंतजार करो। बाद में उनके नंबर बंद हो गए। इस बीच उन्होंने राजेश के मोबाइल से खंडवा में परिजन को कॉल कर पांच करोड़ की फिरौती मांगी। राजेश के साथी कुछ देर बाद वापस रेडिसन होटल के पास पहुंचे, तो वहां राजेश नहीं मिला।

बॉम्बे हॉस्पिटल के पास मिली राजेश की कार

रविवार सुबह 7 बजे लसूड़िया पुलिस को बॉम्बे हॉस्पिटल के बाहर सर्विस रोड पर राजेश की कार मिली। गाड़ी खुली थी और चाबी अंदर गियर के पास थी। गाड़ी में ही उक्तजमीन की रजिस्ट्री भी मिल गई। इसे पुलिस ने जब्त कर लसूड़िया थाने पहुंचाया।

दोनों जिलों की पुलिस कर रही जांच

आईजी विपिन माहेश्वरी ने बताया मामला बेहद संवेदनशील है। खंडवा और इंदौर पुलिस की टीम मिलकर मामले की जांच कर रही है। सूत्रों के मुताबिक मोबाइल की जांच के आधार पर पुलिस ने टीमें यूपी रवाना की है। इसमें यूपी एसटीएफ की मदद भी ली जा रही है

यूपी की प्रोफेशनल गैंग का हाथ : पुलिस

पुलिस का मानना है कि वारदात में यूपी की प्रोफेशनल गैंग का हाथ है। एक अंदेशा यह भी है कि रातभर राजेश को यही रखा गया और बाद में उसकी कार को बॉम्बे हॉस्पिटल के बाहर छोड़कर दूसरी गाड़ी से उसे ले गए।

एक आरोपी सीसीटीवी में कैद हुआ

खंडवा में रह रहे राजेश के भाई रजनीश जैन ने भास्कर को बताया कि दूसरे दिन अपहरणकर्ताओं का कोई कॉल नहीं आया। खंडवा पुलिस ने वहां के सराफा के सीसीटीवी कैमरों की जांच की। इसमें एक आरोपी की पहचान हुई है।

ढाई करोड़ रुपए साथ ले जाने की चर्चा

बताया जा रहा है कि इंदौर आने के बाद राजेश आरोपियों के कहने पर उन्हें जमीन दिखाने देवास भी ले गए थे। देवास में जमीन का सौदा पटने की गरज से राजेश अपने दोस्तों मनोज पारेख व श्याम सोनी के साथ ढाई करोड़ रुपए भी लेकर गए थे। हालांकि पुलिस ने अभी इस बात की पुष्टि नहीं की है।

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