अपहरणकर्ताओं को चकमा देकर भाग आए संघ प्रचारक, चकमा खाने वाले बदमाश की हत्या

भोपाल। पिछले दिनों आगरा से अपहृत किए गए संघ प्रचार मनीराम डाकुओं को चकमा देकर भाग आए। उनके भागने के बाद डाकुओं ने अपने उस साथी को गोली मार दी जिसपर संघ प्रचारक को बंधक बनाए रखने की जिम्मेदारी ​थी। हत्याकांड के बाद गिरोह फरार हो गया।

आगरा पुलिस ने अपहृत प्रचारक को बदमाशों के चंगुल से मुक्त कराने का दावा किया। बदहवास हालत में मिले मनीराम पाल को आगरा ले जाया गया है। उनकी जानकारी पर अपहरणकर्ता गिरोह की पहचान कर ली गई है। फरार बदमाशों की तलाश में पुलिस टीम रवाना कर दी गई है।

गौरतलब है कि आरएसएस की अनुसांगिक शाखा वनवासी कल्याण आश्रम के संगठन मंत्री को 30 जून को न्यू आगरा थाना क्षेत्र के कमला नगर में सुबह लगभग 4 बजे उस समय अपहरण कर लिया गया था, जब वे मॉर्निंग वॉक पर निकले थे। सरदार नगर आजमगढ़ के रहने वाले मनीराम पाल सरस्वती विद्या मंदिर में चल रहे प्रशिक्षण शिविर में शामिल होने आए थे। अपहरणकर्ताओं ने पहले कहा था कि गलती से किसी और की जगह उनका अपहरण हो गया है, लेकिन इसके बाद मनीराम पाल के परिजनों के पास 20 लाख रुपये फिरौती के फोन आने लगे। एक-एक कर आई फिरौती की कई कॉल्स ने पुलिस अधिकारियों की नींद उड़ा दी। उधर बीजेपी और संघ परिवार के कार्यकर्ताओं ने भी प्रचारक को मुक्त कराने के लिए दबाव बना रखा था।

पुलिस ने अपहरण की खबर मिलते ही तेजतर्रार पुलिसकर्मियों की 2 टीम चंबल के बीहड़ों में भेज दी थीं। बीहड़ से सटे गांव में मुखबिर सक्रिय कर दिए गए थे। यूपी पुलिस के साथ मध्यप्रदेश और राजस्थान की पुलिस भी कॉबिंग कर रही थी। आगरा पुलिस ने कई मोबाइल नंबरों को सर्विलांस पर ले रखा था। मंगलवार को सुबह गैंग की लोकेशन के बारे में पुलिस को इटावा और फिरोजाबाद के बीहड़ों में होने की जानकारी मिली।

गैंग राजस्थान और मध्यप्रदेश में चंबल के बीहड़ों से होता हुआ इधर यमुना की खादरों में पहुंचा था। पुलिस की भारी घेराबंदी से अपहृतओं के हौसले पस्त हो गये थे। बताया जाता है कि सुबह बदमाशों का गैंग सतीश काछी के एक बदमाश को मनीराम पाल की निगरानी के लिए छोड़कर जैसे ही इधर-उधर हुआ तो मनीराम पाल किसी तरह उसकी निगाह बचाकर वहां से भाग लिए। वे बदहवास हालत में पुलिस को मिले। बाद में सतीश काछी की लाश पुलिस ने मौके से बरामद की।

आगरा के एसएसपी सुभाष चन्द दुबे का कहना है कि संभवत: मनीराम पाल के अपहरणकर्ता गिरोह के अन्य सदस्यों ने ही पहचाने जाने के डर से सतीश काछी की हत्या कर दी है। वैसे पूरे गैंग की पहचान कर ली गई है। मनीराम पाल से भी गैंग के बारे में जानकारी जुटाई जा रही है।

भोपाल समाचार से जुड़िए
कृपया गूगल न्यूज़ पर फॉलो करें यहां क्लिक करें
टेलीग्राम चैनल सब्सक्राइब करने के लिए यहां क्लिक करें
व्हाट्सएप ग्रुप ज्वाइन करने के लिए  यहां क्लिक करें
X-ट्विटर पर फॉलो करने के लिए यहां क्लिक करें
फेसबुक पर फॉलो करने के लिए यहां क्लिक करें
समाचार भेजें editorbhopalsamachar@gmail.com
जिलों में ब्यूरो/संवाददाता के लिए व्हाट्सएप करें 91652 24289

#buttons=(Ok, Go it!) #days=(20)

Our website uses cookies to enhance your experience. Check Now
Ok, Go it!