जैतहरी-राजेन्द्रग्राम सड़क मार्ग का खस्ताहाल कई समाचार पत्रों में छपने के साथ-साथ भोपालसमाचार.कॉम में भी प्रकाश में आ चुका है। बावजूद इसके शासन-प्रशासन के कानों में जूँ नहीं रेंगा। डामरीकरण की बात छोड़िए, सड़क के गड्ढे पाटने तक के कोई प्रयास नहीं किए जा रहे हैं।
अगर शासन-प्रशासन का यही रवैया रहा तो निश्चित ही भाजपा की एक सीट जाएगी। आपको बता दें कि इस रोड का एक सिरा जहाँ से प्रारम्भ होता है उस जैतहरी में हाल ही में हुए नगरपंचायत चुनाव में भाजपा नेता व विन्ध्य विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष अध्यक्ष पद की दावेदारी में काँग्रेस के हाथों पटकनी खा चुके हैं।
मोजरवियर पॉवर प्लान्ट लगाने के लिए शोषण व षड़यन्त्र का शिकार हुए किसानों का गुस्सा अभी ठण्डा भी नहीं हुआ है कि रोड को लेकर जनचर्चा तेज हो गयी है। कहा तो यह भी जा रहा है कि अटल ज्योति योजना के बावजूद जैतहरी व उसके आसपास के गाँवों में बिजली की अघोषित कटौती भाजपा नेताओं के इशारे पर की जा रही है क्योंकि जैतहरी नगरपंचायत चुनाव में जनता ने उन्हें वोट नहीं दिया। इस तरह की जनचर्चा के बीच जैतहरी-राजेन्द्रग्राम सड़क मार्ग का खस्ताहाल भाजपा को डुबाने में अहम रोल अदा करेगा ।
लोगों का गुस्सा इसलिए भी फूट रहा है क्योंकि भाजपा के अहम नेता व विन्ध्य विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष का क्रेशर मशीन इसी क्षेत्र में स्थापित है। इसी रोड से उनका आना जाना होता है। रोड की दशा से वे अच्छी तरह वाकिफ हैं ।
जिस शिवराज की दुहाई देकर आगामी चुनाव में भाजपा अपनी जीत का परचम लहराने की कोशिश करेगी उसी शिवराज के राज में इस रोड की ये दुर्दशा ? इस रोड से जुड़े सैकड़ों गाँव के ग्रामीणों ने अगर ठान लिया तो इस क्षेत्र से बीजेपी हाथ धो बैठेगी।
