आलीराजपुर। स्कूल विद्या का मंदिर है और मंदिर में विद्यार्थी भी साफ-सफाई कर सकते हैं। कई स्कूलों में भृत्य की नियुक्ति नहीं हो पाई है, इसलिए स्कूलों की साफ-सफाई विद्यार्थियों से कराओ। ये निर्देश कलेक्टर एनपी डेहरिया ने समयावधि पत्रों की बैठक में दिया।
डेहरिया ने शिक्षा अधिकारी, आदिवासी विकास विभाग के सहायक आयुक्त, जिला परियोजना अधिकारी को कहा ऐसा करवाने में कोई हर्ज नहीं है।
कलेक्टर डेहरिया ने बैठक में यह भी कहा- देखा गया है कि मीडिया में अकसर स्कूलों में किसी विद्यार्थी को झाडू लगाते हुए फोटो लगाकर खबर प्रकाशित की जाती है। इसमें डरने की कोई बात नहीं है। साफ-सफाई करना हमारा कर्तव्य है।
दैनिक भास्कर के पत्रकार को डपट दिया
इस मामले में जब दैनिक भास्कर के स्थानीय पत्रकार ने कलेक्टर से सवाल किए तो कलेक्टर ने उसे भी डपट दिया। कलेक्टर ने कहा कि इसमें कोई बुराई नहीं है। अपना स्कूल यदि बच्चे साफ कर लें तो यह उनके साथ अन्याय नहीं होगा। कलेक्टर लगातार अपने बयान पर कायम बने हुए हैं।