मैं बूढ़ा हूं, बीमार हूं, मुझे जमानत दे दो: राघवजी की हाईकोर्ट में याचिका

भोपाल। अपने नौकर के साथ अप्राकृतिक सेक्स का आरोपी राघवजी अब जबलपुर हाईकोर्ट से दया की भीख मांग रहा है। उसने अपनी जमानत याचिका में लिखा है कि मैं बूढ़ा हूं, बीमार हूं, मुझे जमानत दे दो। सनद रहे कि आरोप लगने के बावजूद इसी राघवजी ने अपना जन्मदिन धूमधाम से मनाया और लड़कियों के साथ फोटो जारी किए। जेल जाते समय भी इसके चेहरे पर कोई शिकन नहीं थी।

राघवजी को अपने घरेलू नौकर राजकुमार दांगी के साथ अप्राकृतिक कृत्य करने पर मंत्री पद की कुर्सी गंवाने के बाद भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) से बाहर का रास्ता देखना पड़ा है। गिरफ्तारी के बाद वे भोपाल की जेल में 22 जुलाई तक के लिए न्यायिक हिरासत में हैं। भोपाल के सत्र न्यायालय में जमानत की अर्जी खारिज होने पर राघवजी की ओर से उच्च न्यायालय में जमानत अर्जी दायर की है।

राघवजी की ओर से दायर जमानत अर्जी में कहा गया है कि उन्हें राजनीतिक साजिश के तहत फंसाया गया है और वह बेकसूर है। आगे कहा गया है कि भाजपा के पूर्व नेता शिवशंकर पटेरिया राज्यस्तरीय पद की मांग कर रहे थे, इसमें सफलता नहीं मिली तो पटेरिया ने राजकुमार के साथ साजिश कर उन्हें फंसाया है।

याचिका में राघव जी के 64 साल के राजनीतिक करियर का भी हवाला देते हुए कहा गया है कि अभी तक उन पर कोई दाग नहीं लगा था। आगामी विधानसभा चुनाव के मद्देनजर यह साजिश रची गई है। याचिका में उनकी अधिक उम्र व अस्वस्थता का भी उल्लेख किया गया है।

#buttons=(Ok, Go it!) #days=(20)

Our website uses cookies to enhance your experience. Check Now
Ok, Go it!