भोपाल। मोदी को लेकर भाजपा में भले ही मतभेद हों परंतु दूर से देखें तो पूरी की पूरी भाजपा मोदी के पीछे पीछे चलती नजर आ रही है। मोदी की सभा में 5 रुपए का टिकिट लगाने के बाद अब शिवराज भी कूपन बेचने निकल पड़े हैं।
मध्यप्रदेश में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की जन आशीर्वाद यात्रा में भी जनता से कूपन के जरिए चंदा जुटाने की तैयारी हो रही है। मोदी के मैनेजर्स के आइडिया को शिवराज के मैनेजर्स ने कॉपी कर लिया और थोड़ा बहुत करेक्शन लगाकर कोशिश ये की जाएगी कि चंदे में जुटी राशि मोदी से ज्यादा हो जाए। इसके लिए अंतत: वही मध्यप्रदेश के तमाम माफिया वर्चुअल नेम से आगे आएंगे और पलक झपकते ही करोड़ों जुट जाएंगे।
मध्यप्रदेश में चंदा जुटाने के पीछे शिवराज सरकार का तर्क है कि पार्टी जनता के पैसे से चुनाव लड़ेगी। जनता के आशीर्वाद से सत्ता में आएगी और जनता के लिए काम करेगी। पार्टी जन आशीर्वाद यात्रा के दौरान प्रदेश भर में आम लोगों से पैसा एकत्र करेगी।
अपना सवाल यह है कि यह जनआशीर्वाद का आइडिया शिवराज के मैनेजर्स को मोदी से पहले क्यों नहीं आया। अचानक आनन फानन में कूपन क्यों बनवाए जा रहे हैं और क्या गारंटी है कि इनके कूपन मध्यप्रदेश के सटोरिए, शराब माफिया और टिकिटार्थी एकमुश्त नही खरीद लेंगे।
शिवराज की अपनी अच्छी खासी पहचान बन रही है, समझ नहीं आता क्यों उन्हें मोदी का नकलची बंदर बनाने पर तुले हैं कुछ लोग।