भोपाल। मप्र कर्मचारी मंच के बैनरतले प्रदेश के दैनिक वेतन भोगी कर्मचारियों ने सोमवार को टीटी नगर दशहरा मैदान से हल्ला बोल महारैली निकालकर विधानसभा का घेराव किया। रैली में दैवेभो, माली, गैंगमैन श्रमिक, सफाई कामगार, मंडी कर्मचारी एवं कार्यभारित कर्मचारी शामिल थे।
इसके पूर्व हुई धरना सभा को कामरेड जीएस आसवाल, अशोक पांडेय, डीपी दुबे, श्याम सुंदर शर्मा, कर्मचारी नेता गिरीश तिवारी, श्याम बिहारी सिंह ने संबोधित करते हुए कहा कि विगत माह राज्य सरकार द्वारा स्थायी सेवा नियम लागू करने के बाद भी विभागों में अब तक स्थायी सेवा नियमों का लाभ नहीं दिया जा रहा है। रैली के रूप में शामिल कर्मचारियों ने एसडीएम को सात सूत्रीय मांगों का ज्ञापन सौंपा।
इसमें मांग की गई है कि सेवा नियमों में संशोधन कर नियमित वेतनमान का प्रावधान, 10 वर्ष से कार्यरत दैवेभो कर्मचारियों, कार्यभारित, कुशल मालियों, गैंगमैन श्रमिकों, समयपालों, संविदा कर्मचारियों को भी अनुकंपा नियुक्ति की पात्रता कर अनुदान पांच लाख किया जाए। इसके अलावा नियमितिकरण का लाभ, सेवानिवृत्ति आयु बढ़ाकर 65 वर्ष करना, हटाए गए कर्मचारियों को पुन: सेवा में लेकर ग्रेच्युटी पेंशन सुविधा स्थायीकरण का लाभ दिया जाए। 2008 में हटाए गए 2500 दैवेभो कर्मचारियों को 12 वर्ष बाद भी बहाली नहीं मिली, उन्हें भी बहाल किया जाए। प्रदर्शन में सत्येंद्र पांडेय, श्याम बिहारी सिंह,
प्रेमनारायण परिहार, दिनेश श्रीवास्तव, वीरम सिंह, लक्ष्मीनारायण गुर्जर, एआर देशमुख, बसंत कलमियां, संजीव मालवीय, भूरेलाल रजक, तोरण सिंह, सुदामा तिवारी, नननूलाल मालवीय, नाहर सिंह, मकसूदन तिवारी, अनिल दुबे, अनिल पाराशर, सुदामा प्रसाद द्विवेदी, प्रकाश शर्मा, शीलाबाई, हीराबाई, सुनीता बाई, सुखरानी बाई सहित हजारों की संख्या में सतना, रीवा, होशंगाबाद, टीकमगढ़, बालाघाट, बैतूल, सागर, विदिशा, राजगढ़, सीहोर, रायसेन सहित 46 जिलों के कर्मचारी शामिल थे।