छत्तीसगढ़ में दिग्विजय सिंह समर्थकों की ताजपोशी

भोपाल। छत्तीसगढ़ में कांग्रेसी नेताओं पर हमले की जांच कर रही राष्ट्रीय जांच एजेंसी की शुरुआती जांच में कांग्रेसी नेताओं का ही हाथ होने की कथित खबरों के बीच सोनिया गांधी ने केंद्रीय कृषि राज्य मंत्री चरणदास महंत को कार्यकारी प्रदेश अध्यक्ष बनाया हैं। महंत मप्र के पूर्व गृहमंत्री एवं दिग्विजय सिंह समर्थक कांग्रेसी नेता हैं। 

प्रदेश कांग्रेस के रिक्त हुए अध्यक्ष पद को विधानसभा चुनाव तक खाली रखने और दिवंगत नंदकुमार पटेल को ही अध्यक्ष मानते हुए चुनाव लड़ने की पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी की सलाह को दरकिनार करते हुए डा. महंत को कार्यकारी अध्यक्ष बनाए जाने से अब यह तय हो गया है कि विधानसभा चुनाव डा. महंत के ही नेतृत्व में लड़ा जाएगा।

प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अजित जोगी के बाद चरण दास महंत को बड़े कद का नेता माना जाता हैं। इस लिहाज से डा. महंत मुख्यमंत्री पद के दावेदार भी हैं।

नक्सली हमले में नंद कुमार पटेल की हत्या के बाद प्रदेश अध्यक्ष की कुर्सी को लेकर कई नेताओं का नाम था। मगर हाईकमान ने जातीय समीकरण और उनके राजनीतिक कद को ध्यान देते हुए प्रदेश के एक मात्र कांग्रेस सांसद महंत को यह जिम्मेदारी देना मुनासिब समझा।

डॉ. महंत इसके पूर्व सन् 2004 में एवं सन् 2008 में भी कार्यकारी प्रदेश अध्यक्ष रहे तब वरिष्ठ नेता मोतीलाल वोरा एवं पूर्व मंत्री धनेन्द्र साहू अध्यक्ष थे। 2004 में कार्यकारी अध्यक्ष रहे डॉ. महंत को सन् 2006 में प्रदेश कांग्रेस का पूर्णकालिक अध्यक्ष बनाया गया था।

डॉ. महंत को मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री एवं कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह का समर्थक माना जाता है। श्री सिंह के मुख्यमंत्रित्व काल में डॉ. महंत गृह मंत्री रह चुके हैं।

प्रदेश कांग्रेस के प्रथम प्रदेश अध्यक्ष रामानुजलाल यादव थे। फिर मोतीलाल वोरा, डॉ. चरणदास महंत, धनेन्द्र साहू एवं नंद कुमार पटेल को प्रदेश अध्यक्ष की जिम्मेदारी दी गयी थी। नक्सली वारदात में श्री पटेल के निधन के बाद डॉ. महंत को यह जिम्मेदारी सौंपी गयी है।

इसी तरह पूर्व मंत्री भूपेश बघेल को कार्यक्रम समन्वयक की महत्वपूर्ण जिम्मेदारी दी गयी है। श्री बघेल का संगठन में लम्बा अनुभव है, भूतपूर्व अध्यक्ष नंदकुमार पटेल के साथ भी उन्होंने कार्य किया।

उनके साथ सांगठनिक एवं राजनीतिक कार्यक्रम तय करने में श्री बघेल की भूमिका उल्लेखनीय रही है। वे पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह एवं अजीत जोगी के मंत्रिमंडल में कार्य कर चुके हैं।

महंत के साथ ही भूपेश बघेल को प्रदेश कांग्रेस का कार्यक्रम समन्वयक बनाया गया है। महंत ओबीसी नेता हैं जबकि बघेल भी ओबीसी वर्ग से हैं।

पार्टी सूत्रों का कहना है कि पूर्व मुख्यमंत्री अजित जोगी की विवादस्पद छवि को देखते हुए उन्हें या उनके किसी करीबी को जिम्मेदारी देने से परहेज किया गया। साथ ही महंत के अलावा प्रदेश कांग्रेस में कोई कद्दावर चेहरा नहीं बचा है।

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