राहुल गांधी करेंगे छत्तीसगढ़ में कांग्रेस का भाग्य का फैसला

रायपुर। नक्सली हमले में कांग्रेस नेताओं की हत्या के बाद संगठन में दोबारा जान फूंकने की कवायद शुरू हो गई है। प्रदेश प्रभारी महासचिव बीके हरिप्रसाद की मौजूदगी में रविवार को वरिष्ठ नेताओं के साथ हुई बैठक में विस्तार से तमाम मुद्दों पर चर्चा कर एजेंडा तय किया गया।

उपाध्यक्ष राहुल गांधी सोमवार को छग कांग्रेस के कामकाज की समीक्षा करेंगे जिसमें परिवर्तन यात्रा की जगह शहादत यात्रा निकालने, केशलूर से दुबारा यात्रा शुरू करने, संगठन को मजबूत बनाने सहित कई निर्णयों पर मुहर लगाएंगे। कार्यकर्ताओं के मन में व्याप्त भय को दूर करने स्वयं राहुल गांधी बस्तर आकर परिवर्तन यात्रा को आगे बढ़ाएंगे। बैठक में कांग्रेस की भावी दिशा और रणनीति तय होगी।

जानकारी के अनुसार रविवार को अखिल भारतीय कांग्रेय कमेटी के कार्यालय में प्रदेश के नेताओं की बैठक हुई। करीब डेढ़ घंटे तक चली बैठक में सोमवार को राहुल गांधी के साथ होने वाली चर्चा के मुद्दे तय किए गए। बैठक में वरिष्ठ नेता मोतीलाल वोरा, कार्यकारी प्रदेश अध्यक्ष चरणदास महंत, मोहसिना किदवई, भूपेश बघेल भी उपस्थित थे। बैठक में परिवर्तन यात्रा का नाम बदलकर शहादत यात्रा करने पर नेताओं के बीच सहमति थी।

बस्तर में हो रही वर्षा को देखते हुए प्रस्तावित यात्रा वर्षा ऋतु के बाद करने का सुझाव दिया गया। केशलूर से ही परिवर्तन यात्रा प्रारंभ करने का निर्णय लिया गया, जहां यात्रा रोकी गई थी। राज्य सरकार द्वारा सुरक्षा का हवाला देकर यात्रा का स्थान बदलने कहा गया है। बैठक में इस मुद्दे पर भी विस्तार से चर्चा की गई। बस्तर के 12 में से अब तक 5 विधान सभा क्षेत्रों में यात्रा निकली है। 7 और क्षेत्रों से यात्रा निकलना बाकी है।

बताया जाता है कि विकल्प के तौर पर सुझाव दिया गया है कि शेष 7 विधान सभा क्षेत्रों की परिवर्तन यात्रा एक स्थान पर की जाए। राहुल गांधी को बुलाकर वहां बड़ी सभा आयोजित की जाए। यात्रा की तिथि को लेकर अंतिम निर्णय हाईकमान पर छोड़ दिया गया है। श्रध्दाजंलि सभा के दौरान अजीत जोगी द्वारा वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह के खिलाफ अप्रत्यक्ष रूप से की गई टिप्पणी व संगठन में विस्तार का मामला भी बैठक में उठा। प्रदेश प्रभारी बीके हरिप्रसाद ने इसे काफी गंभीरता से लिया है।

नक्सली हिंसा से प्रदेश कांग्रेस में उपजे हालात की मानिटरिंग स्वयं राहुल गांधी कर रहे हैं। उन्होंने सोमवार को दोपहर 3 बजे प्रदेश के वरिष्ठ नेताओं की बैठक बुलाई है। संगठन के कामकाज की समीक्षा करने के बाद भावी दिशा तय होगी। वहीं सरकार के खिलाफ रणनीति भी तैयार की जाएगी। नंदकुमार पटेल ने जिस तीखे अंदाज में सरकार के खिलाफ आक्रमण जारी रखा था, उसे बरकरार रखा जाएगा। राहुल गांधी स्वयं तीन माह के लिए संगठन के द्वारा चलाए जाने वाले कार्यक्रम तय करेंगे। मिशन 2013 के तहत प्रदेश में सरकार बनाने का लक्ष्य हासिल करने बैठक में नेताओं से सुझाव भी मांगे जाएंगे।

वहीं परिवर्तन यात्रा का नाम बदलने व तिथि तय करने पर भी श्री गांधी मुहर लगाएंगे। कार्यकारी प्रदेश अध्यक्ष चरणदास महंत केन्द्रीय मंत्री बने रहेंगे या नहीं, कल की बैठक में यह स्पष्ट हो जाएगा। संगठन को मजबूत बनाने कुछ और पदाधिकारियों की नियुक्ति का प्रस्ताव है, ताकि सभी गुटों व वर्गों को संतुष्ट किया जा सके। संगठन का विस्तार होगा अथवा मामला फिर लंबित रहेगा, इस पर भी नेताओं की नजर है। राहुल गांधी द्वारा बुलाई गई बैठक के लिए संगठन ने कई एजेंडा तय किया गया है, इनमें दो महत्वपूर्ण मुद्दा परिवर्तन यात्रा का नाम बदलने व यात्रा की तिथि सोमवार को जरूर तय होगी। वहीं कार्यकर्ताओं का हौसला बढ़ाने राहुल गांधी बस्तर आकर यात्रा को हरी झंडी दिखाने के साथ ही सभा को संबोधित करेंगे।


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