भोपाल। महिलाओं की सुरक्षा के लिए महिला सेल ने एक्शन प्लान बनाया है। इसमें उन क्षेत्रों को चिह्नित किया है, जहां महिलाओं के साथ ज्यादा अपराध होते हैं। एक्शन प्लान में एमपी नगर को फोकस किया गया है। यहां न केवल कैमरे लगाए जाएंगे, बल्कि सादा वर्दी में महिला पुलिस तैनात रहेगी।
महिलाओं की मदद के लिए एक विशेष दस्ता बनाया जाएगा, जो उनके एक फोन पर घटनास्थल तक पहुंच जाएगा। महिलाओं के बढ़ते अपराध का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि केवल अप्रैल माह में ही भोपाल में महिलाओं के साथ हुए अपराध के 205 केस दर्ज हुए हैं, जो अन्य शहरों के मुकाबले ज्यादा है।
महिला सेल की एडीजी अरुणा मोहन राव का कहना है कि महिलाओं के प्रति भोपाल में ही नहीं, पूरे प्रदेश में अपराध बढ़े हैं। वर्ष 2012 में महिलाओं के साथ हुए अपराध में 7.42 की बढ़ोतरी हुई है तो वर्ष 2013 में 22.14 प्रतिशत। एडीजी का कहना है कि महिलाओं के साथ होने वाले अपराधों के संबंध में स्वयंसेवी संस्था संगिनी जेंडर रिसोर्स ने सर्वे कर रिपोर्ट सौंपी थी। रिपोर्ट का अध्ययन और थानों में दर्ज महिला अपराध के आंकड़ों का विश्लेषण करने के बाद भोपाल के लिए एक्शन प्लान बनाया गया है।
उन्होंने बताया कि इस प्लान में भोपाल का एमपी नगर शामिल है। इसकी वजह यहां सबसे ज्यादा गल्र्स और ब्वॉयज हॉस्टल होना हैं। इस एक्शन प्लान के तहत पुलिस गल्र्स व ब्वॉयज हॉस्टल की समय-समय पर जांच कर जानकारी लेगी। एमपी नगर और अन्य रहवासी क्षेत्रों में जाकर गश्त भी करेगा। उन्होंने बताया कि यह दल 1090 सहित सभी हेल्पलाइन से जुड़ा रहेगा।
उनका कहना है कि यदि कोई महिला या युवती हेल्पलाइन पर मदद मांगती है तो यह दल तुरंत वहां पहुंचेगा। महिलाओं की मदद के लिए चिह्नित क्षेत्रों में महिला थाना, महिला हेल्पलाइन, महिला सेल की हेल्पलाइन के नंबर बोर्ड पर डिस्प्ले किए जाएंगे। वहीं, नुक्कड़, सेमिनार के माध्यम से जागरूक किया जाएगा। उन्होंने बताया कि पहले चरण का काम शुरू हो चुका है।
पहले चरण का काम शुरू
एडीजी राव ने बताया कि एक्शन प्लान के तहत भोपाल, जबलपुर, ग्वालियर और इंदौर में कैमरे लगाने का काम शुरू हो गया है। वहीं, नगर सुरक्षा समिति और जागृति मंच के माध्यम से महिला दल बनाया गया है। ये दल अपने क्षेत्र की गतिविधियों की जानकारी पुलिस को देंगे।