मनीष यादव@पीपुल्स समाचार,भोपाल। आप बुजुर्ग हैं, बीमार हैं या महिला हैं, इससे कोई सरोकार नहीं है, यदि आप गरीब हैं और सस्ते राशन की उम्मीद रखते हैं तो आपको हर हाल में ‘3 जून को लाल परेड मैदान पहुंचना होगा, वरना अनाज नहीं मिलेगा।’ राशन की दुकान चलाने वालों ने कुछ इसी तरह की बात कहकर गरीबों को लाल परेड ग्राउंड पहुंचने के लिए मजबूर कर दिया।
ये गरीब प्रोग्राम में पहुंचे, लेकिन यहां सिवाय परेशानी के कुछ हासिल नहीं हुआ। भीषण गर्मी में पानी तक का इंतजाम नहीं था। कुछ लोग खचाखच भरी बसों में सफर करके यहां पहुंचे, तो कुछ लोगों को मीलों पैदल सफर करके यहां तक पहुंचने के लिए मजबूर होना पड़ा। लौटते वक्त वे सिर्फ राशन की दुकान के संचालकों को कोस रहे थे।
अन्नपूर्णा योजना में शामिल होने लालपरेड गाउंड पहुंचे लोगों का कहना था कि उन्हें राशन की दुकान चलाने वालों ने ऐसी अफवाह फैलाकर दबाव बनाया और यहां भेजा। सस्ता राशन मिलता रहे, इसलिए उन्हें मजबूरी में किसी न किसी तरह प्रोग्राम में पहुंचना पड़ा। भुक्तभोगी बताते हैं कि कई इलाकों से गरीबों को लाने के लिए बसों और ट्रकों का इंतजाम कर दिया गया था, लेकिन उनमें भीड़ इतनी थी कि लोगों को ठीक से खड़े होने तक में दिक्कतें आ रही थीं। इसके बाद लौटते समय और भी ज्यादा तकलीफ हुई, दूर दराज के इलाकों से आने वाले तमाम लोगों को
वाहन नहीं मिले और वे इधर उधर वाहन की तलाश में भटकते रहे बाद में उन्हें अपने इंतजाम से घर लौटना पड़ा। हालत ये थी कि सुबह से ढोकर लाए गए इन लोगों के लिए खाने- पीने तक का इंतजाम नहीं था।