अवैध रेत खदान में दो मजदूरों की मौत, दो घायल

बड़वानी‘प्रवीण सोनी। पेंड्रा की रेत खदान में रेत निकालने के दौरान मिटटी धंसने से चार मजदूर दब गए। इनमें से दो मजदुरो की घटना स्थल पर मौत हो गई। दो को निजी चिक्तसाल्य मे ईलाज कराया गया। पुरे मामले को ट्रेक्टर दुर्घटना में मजदुरो का दबना बताया जा राहा था। इसके बाद घायलो ने बयान दिए तो मजदुरों के दबने की बात सामने आई।

पेंड्रा की रेत खदान से रेत भरण के दौरान खदान की मिट्टी धंसने से जीवन पिता फतु, भानु पिता इसरा की खदान धंसने से मौके पर ही मौत हो गई व मंदुबाई गिरधारी और राजेन्द्र दशरथ दब गए।  पुलिस ने मौका मुआयना किया है। घायलों के बयान भी लीए हैं। पुरे मामले की जांच की गयी। घायलों से मिलने मेधा पाटकर भी पंहुची व उन्होंने कहा की पूरे मामले की जाच के बाद एफआईआर र्दज करवायएगें।

घंसने से हुए मौत को हमेशा पुलीस विभाग द्वारा ट्रेक्टर पलटने से हुए दुर्घटना का नाम दिया जाता है जिसे संबंधित रेत खनन वाला व्यक्ती बच जाता है ओर टेक्टर बीमे की रकम भी मिल जाती है। पुलिस विभाग की भी सेवा हो जाती है। इस तरह इस मामले को रफा दफा करने का प्रयास चला परन्तु मीडिया के दबाव मे आरोपी मयुर पटेल, आशीष पटेल, श्याम पटेल, माहदेव, शंकर के खिलाफ प्रकरण दर्ज किया गया।

नर्मदा बचाओ आंदोलन द्वारा दी 5-6-13 को थाना प्रभारी बड़वानी के नाम ज्ञापन दीया ज्ञापन मे प्रषासनीक अधिकारी जिनहोने अपने प्रशासकिय दायित्व नही निभाया उन्के विरूद्ध अपराध र्दज किया जाये  व अवैध खनन करने वालो के विरूद कार्यवाही की जाने की बात कही।

नर्मदा बचाओ आन्दोलन की नैत्री मेधा पाटकर ने बताया कि एनवीडीए संचालक रेणु पंत ने भी बड़वानी व धार कलेक्टर को पत्र लिखकर डुब प्रभावित क्षैत्र मे हो रहै खनन पर कारवाई कर उन्हे अवगत कराने का पत्र दीया था।

इसके बाद भी अब तक कारवाई नही की गई । इस संबंध मे बड़वानी व धार भुअर्जन और पुर्नवास अधिकारी से भी कारवाई की अपेक्षा की गई थी । रेणु पंत ने सरदार सरोवर के डुब प्रभावीत गा्रम पिछोडी,पेड्रा,पिपलुद, बड़दा ,कसरावद, नंदगाव, आदि गावो मे अवैध रूप से रेत खनन करने वालो पर कारवाई के लिए पत्र दिया था।

मेधा दीदी ने काहा की कई बार आवेदन अवैध रेत खनन के बारे मे दीए है परन्तु कलेक्टर नही करते कारवाई ।पुलीस थाने मे एफआईआर र्दज करवाने के बाद भी आजतक कारवाई नही हुई है। बैखोफ सडक पर रेत से भरी गाडीया दौड रही है पर प्रषासन ने आॅखे मुंद ली है।

अवैध खनन से प्रशासन की जेब हो रही गरम

तमाम नियमो को ताक मे रखकर अवैध रेत का कारोबार ऐसा  चल राहा है जैसे प्रषासन को मालुम ही नही या खनन हे राहा है वही भी अवैध ।कारवाई के नाम पर एक  दो प्रकरण बना देते है । सुत्रो के अनुसार खनन माफीया द्वारा हर माह पु्रषासन को खुष कीया जाता है इसलीए तमाम शिकायत व नियमो को दरकीनार कर खनन की अवधी समापत होने के बाद फीर खनन केरने की अनुमती दी गई है।

कलेक्टर श्रीमन शुक्ला को लाख शिकायत अवैध खनन की कर दो परन्तु उनके कानो की जुं नही रेंगेगी मेधा पाटकर द्वारा पुख्ता शिकायत के बाद भी रेत खनन जारी है। सेंधवा के डान व इंदौरी नेता का हाथ होने के कारण अवैध खनीज खनन करने वालो के विरूद कार्यवाही करने की हिम्मत नही होती वही दुसरी और प्रशासन ने हरे नोटो का चश्मा पहन लीया है उसे कुछ दीखता ही नही।

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