नई दिल्ली। कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने बीसीसीआई चीफ एन श्रीनिवासन के इस्तीफे के सवाल पर भले चुप्पी बना रखी है, लेकिन सट्टेबाजी को लीगल बनाने के सवाल पर खुलकर बोल रहे हैं। उन्होंने कहा है कि वक्त आ गया है जब स्पॉट फिक्सिंग और सट्टेबाजी में फर्क को कानूनी तौर पर रेखांकित करना चाहिए।
समाचार चैनलों से बातचीत में दिग्विजय सिंह ने कहा कि वह क्रिकेट के पक्ष में हैं। उन्होंने यह भी कहा कि आईपीएल से क्रिकेट का फायदा हुआ है। जब उनसे एन श्रीनिवासन के इस्तीफे के बारे में पूछा गया तो उन्होंने साफ-साफ कुछ न कहते हुए इस सवाल को टाल दिया। उनका कहना था कि इस पर बीसीसीआई को फैसला करना है।
मगर दिग्विजय सिंह यह कहना नहीं भूले कि सट्टेबाजी को कानूनी दर्जा दे देना चाहिए। उन्होंने कहा कि अपने देश में इस पर बवाल होता है, लेकिन यह प्रवृत्ति न तो आईपीएल तक सीमित है और न अपने देश तक। उन्होंने कहा कि स्पॉट फिक्सिंग हर हाल में अपराध है। इस पर सख्ती से रोक लगाई जानी चाहिए। लेकिन सट्टेबाजी को कई देशों में कानूनी मान्यता प्राप्त है। ऐसे में अब भारत में भी इसे मान्यता दे देनी चाहिए ताकि ब्लैक मनी और हवाला के जरिए संचालित होने वाले इस 'खेल' को नियमित किया जा सके।