भोपाल। साइंबाबा नगर में पानी की टंकी ढहने की घटना में नगरीय प्रशासन के अधिकारी के जवाब से असंतुष्ट मप्र मानव अधिकार आयोग अब अपने अनुसंधान दल से घटना की जांच कराएगा।
आयोग के कार्यवाहक अध्यक्ष जस्टिस एके सक्सेना ने बताया कि गुरुवार को नगरीय प्रशासन विभाग के उप सचिव केके कातिया, मुख्य अभियंता एसके सुगानी और नगर निगम के मुख्य अभियंता सुनील श्रीवास्तव आयोग आए थे। जिन्होंने अपनी जांच में पिछले वर्ष 18 नवम्बर की रात गिरी पानी की टंकी के ढहने के पीछे किसी को दोषी नहीं पाने की बात कही। आयोग उक्त अधिकारियों के इस जवाब से असंतुष्ट है।
उन्होंने बताया कि उक्त जांच दल द्वारा अभी तक मात्र तीन ही टंकियों की जांच की गई है जबकि शहर में करीब 110 ओवरहेड टंकियां हैं। विभाग की इस लापरवाही पर आयोग द्वारा शासन को एक आर्डर शीट जारी की गई है। जिसमें उक्त अधिकारियों के विरुद्ध सख्त कार्रवाई करने के साथ-साथ आयोग में पदस्थ एडीजीपी को भी निर्देशित किया है कि घटना की जांच करा दो माह के भीतर रिपोर्ट पेश की जाए ताकि जल्द से जल्द वस्तुस्थिति का पता लगाया जा सके।
साथ ही जस्टिस सक्सेना ने निर्देशित किया है कि जांच में यदि शासन का कोई भी अधिकारी सहयोग नहीं करता है तो उसकी सूचना तत्काल आयोग को दी जाए ताकि आयोग उस अधिकारी के विरुद्ध मामला दर्ज कर कार्रवाई कर सके। अब अगली सुनवाई 22 अगस्त को रखी गई है।