भोपाल। साथियों के साथ पिकनिक पर आए महाराष्ट्र के रोगायो मंत्री डॉ.नितीन राउत के पुत्र कुणाल को रसूख दिखाना महंगा पड़ा। वनकर्मी से मारपीट के मामले में मध्यप्रदेश पुलिस ने कुणाल व उसके साथियों को गिरफ्तार किया है। गुरुवार को न्यायालय ने उनकी जमानत अर्जी नामंजूर कर जेल भेज दिया है।
अन्य आरोपियों में समरितसिंह जॉली, अंतरप्रित गोहरा, स्वप्निल तेलंग व सोएब पारेख शामिल हैं। मामले को लेकर राजनीतिक महकमे में हड़कंप मचा है। कुणाल राउत इसके पहले भी हाथापाई मामले में चर्चा में रहा है। वह महाराष्ट्र युवक कांग्रेस का महासचिव है।
क्या है मामला
कुणाल समेत 10 युवक दो वाहन पर पिकनिक के लिए पचमढ़ी आए हुए थे। 25 व 26 जून की दरमियानी रात में वे पिपरिया नगर से गुजर रहे थे। पिपरिया में देनवा नदी के पुल पर टोल पोस्ट है।
टोल जमा करने को लेकर कुणाल व उसके साथियों का वहां के कर्मचारियों के साथ विवाद हुआ। कुणाल ने मंत्री पुत्र होने का हवाला देते हुए टोल चुकाने से इनकार कर दिया। कुणाल व उसके साथी टोल कर्मियों से हाथापाई करने लगे। उसी दौरान वहां कुछ वनकर्मी बीच बचाव के लिए आए। वनकर्मियों के साथ भी मारपीट की गई।
मो.एजाज खान नामक वनकर्मी को गहरी चोट आयी। पिपरिया के अस्पताल में एजाज का उपचार कराया गया । उनकी एक्स रे रिपोर्ट पुलिस को नहीं मिल पायी है। पिपरिया पुलिस ने कुणाल समेत अन्य आरोपियों को भादंवि की धारा 294,232,506,332,व 34 के तहत गिरफ्तार किया।
जेएमएफसी कोर्ट पिपरिया ने सभी आरोपियों की जमानत अर्जी रद्द कर दी है। कुणाल के अन्य 5 मित्रों की पहचान नहीं होने से उन्हें छोड़ दिया गया है।