मध्यप्रदेश के 9 जिलों में बढ़ रहीं हैं नक्सलियों की चहलकदमी: गृहमंत्री

मुरैना। मध्य प्रदेश के नौ जिले ऐसे हैं, जहां नक्सली लगातार अपना नेटवर्क बढ़ा रहे हैं। नक्सलियों से निपटने के लिए प्रदेश सरकार अपने स्तर पर प्रयास कर रही है, लेकिन केंद्र सरकार कोई मदद नहीं कर रही है। यह कहना है मध्य प्रदेश के गृहमंत्री उमाशंकर गुप्ता का। मुरैना में गुप्ता ने पत्रकारों से कहा कि केंद्र सरकार ने केवल बालाघाट जिले को नक्सल प्रभावित मानकर वहां विशेष बल तैनात किया है, लेकिन अन्य आठ जिलों में भी नक्सलियों का प्रभाव फैल रहा है।

इंटेलीजेंस ब्यूरो व प्रदेश सरकार ने इस संबंध में केंद्र सरकार को अवगत करा दिया है, लेकिन कोई विशेष सहयोग नहीं मिला है। गुप्ता ने कहा कि राजग सरकार के कार्यकाल में प्रदेश की आंतरिक सुरक्षा के लिए बजट 100 करोड़ था, जिसे संप्रग सरकार ने घटाकर 26 करोड़ कर दिया है। मध्य प्रदेश में तेजी से बढ़ रहे अपराध आंकड़ों के बारे में गृहमंत्री ने कहा कि प्रदेश में होने वाले प्रत्येक अपराध की एफआइआर दर्ज हो रही है। हम आंकड़ें सुधारने की खातिर गरीब जनता के साथ अन्याय नहीं करेंगे।

दिनेश का एसएमएस बना रहस्य

वहीं दरभा की झीरम घाटी में हुए नक्सली हमले में मारे गए कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष नंदकुमार पटेल के पुत्र दिनेश पटेल के एसएमएस पर रहस्य अब भी बरकरार है। दिनेश द्वारा घटना के दो दिन पहले भेजे गए एसएमएस की जानकारी नक्सली हमला की जांच कर रही एनआइए तक पहुंच गई है। 25 मई को नक्सलियों ने दरभा की झीरम घाटी में परिवर्तन यात्रा से लौट रहे कांग्रेसियों के काफिले को निशाना बनाया था।

आरोप-प्रत्यारोप के दौर में कांग्रेस नेताओं ने यह कहकर पूरे मामले को और पेचीदा बना दिया है कि दिनेश पटेल ने घटना के दो दिन पहले यानी 23 मई को कुछ लोगों को एक एसएमएस किया था। एसएमएस में कहा गया था कि कांग्रेस 15 जून को बड़ा खुलासा करेगी, जिससे मुख्यमंत्री का इस्तीफा तय है। ऐसे में दिनेश का एसएमएस रहस्य बनकर रह गया है। दूसरी ओर छत्तीसगढ़ पुलिस को इतने गंभीर मामले की जांच के लिए शिकायत का इंतजार है।

इंटरसिटी एक्सप्रेस पर हमले की जांच को फोरेंसिक टीम

इस बीच कुंदर रेलवे हॉल्ट के पास धनबाद-पटना इंटरसिटी एक्सप्रेस पर नक्सली हमले की जांच के लिए एसएफएल की टीम रविवार को लखीसराय पहुंची। चानन थाना की पुलिस की मदद से टीम ने घटनास्थल से बम के टुकड़े, मिट्टी आदि एकत्रित किए। इस बीच चानन थाना में नक्सलियों के विरुद्ध एक और प्राथमिकी दर्ज की गई है।

ट्रेन पर हमले के क्रम में धनवह-गोपालपुर पथ को हनुमान गढ़ी के पास बम से उड़ाए जाने को लेकर अवर निरीक्षक परमानंद झा के बयान पर मामला दर्ज किया गया है। रेलवे से जुड़ मामले आमतौर पर रेल थानों में ही दर्ज होती है, मगर इंटरसिटी एक्सप्रेस पर नक्सली हमले की प्राथमिकी चानन थाने में दर्ज हुई है। इसे लेकर जिला पुलिस महकमे में मतभेद पैदा हो गया है। इसके चलते जांच व छापेमारी भी प्रभावित हो रही है। गौरतलब है कि चानन थानान्तर्गत बन्नूबगीचा में सीआरपीएफ का कैंप है। इसके अतिरिक्त जिला में बीएमपी (बिहार मिलिट्री पुलिस) की तीन कंपनियां हैं।

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