शहडोल। शहडोल वृत्त अंतर्गत कई कम्प्यूटर आपरेटर भिन्न भिन्न दरों पर कार्य कर रहे हैं। दर निर्धारण के लिये समिति गठित की जाकर सभी के दर निर्धारण हेतु परीक्षा आयोजित की गई थी। परीक्षा कार्यक्रम की पूरी कार्यवाही मुख्यालय भोपाल एवं शहडोल के कुछ महाविद्यालयों के शिक्षकों के द्वारा सम्पन्न की गई थी।
उस परीक्षा में विभागीय कार्यों का प्रैक्टिकल कार्य की परीक्षा के साथ साथ टायपिंग एवं लिखित परीक्षा कम्प्यूटर आपरेटरों की शैक्षणिक योग्यता, कार्य अनुभव के आधार पर ली गई थी। परीक्षा में प्राप्तांक के आधार पर समिति द्वारा दर निर्धारण किया गया एवं इस प्रकार एक निष्पक्ष प्रक्रिया अपनाकर आपरेटरों का गे्रड (ए1,2,3,4 से डी तक) निर्धारण हुआ, परिशिष्ट 1 संलग्न है।
भीषण मंहगाई को दृष्टिगत रखते हुये समिति द्वारा वर्ष 2012-13 हेतु सभी ग्रेड में समान रूप से कुछ प्रतिशत की वृद्धि की गई, इस प्रक्रिया को भी निष्पक्ष रूप से किया गया। पूर्व वर्षों की भांति इस वर्ष (वर्ष 2013 मंे) भी समिति द्वारा पुनः कम्प्यूटर आपरेटरों के वेतन में बढ़ोत्तरी करना था परंतु इस वर्ष 2013 में समिति ने किस आधार पर वेतन में बढ़ोत्तरी की है, यह स्पष्ट नहीं हो रहा है। समिति ने इस वर्ष अधिकतम रू. 2180 से लेकर रूपये 200/- तक की वृद्धि की है।
समिति अध्यक्ष/सदस्य/मुख्य वन संरक्षक द्वारा यह कार्यवाही सभी नियम/निर्देशों के विपरीत कुछ विशेष लोगों को फायदा दिलाने के लिये की गई है। क्या पुरानी समिति के अध्यक्ष/सदस्य नई समिति के अध्यक्ष/सदस्य की अपेक्षा कम योग्यता रखते थे ? क्या शासन इसी दर से घटते क्रम में कर्मचारियों का डी0ए0 निर्धारण करती है। समिति का गठन उचित न्याय देने के लिये किया जाता है परंतु यहां ऐसा कुछ भी प्रतीत नहीं हो रहा है। इस दर निर्धारण में केवल महिलाओं का विशेष ध्यान रखा गया है जिससे उसी उपस्तर के अन्य लोगों को भी फायदा मिल गया बाकी अन्य किसी को नहीं।