भोपाल। आज दो अलग अलग स्थानों पर संविदा स्वास्थ्य कर्मचारियों की हड़ताल के खिलाफ मध्यप्रदेश शासन एवं मध्यप्रदेश की सरकार ने नेगेटिव कमेंट्स किए। सीहोरा में सीएम ने ज्ञापन देने आए हड़लियों से पूछा कि तुम ये सब क्यों कर रहे हो, तो शिवपुरी में सीएस प्रवीर कृष्ण ने कहा 'करने दो, हमको क्या'।
सीहोरा में आज सीएम के सामने बड़ी उम्मीदों के सामने ज्ञापन लेकर पहुंचे हड़ताली संविदा स्वास्थ्य कर्मचारियों की पीड़ा सीएम ने सुनी तक नहीं। उन्होंने हड़ताली आवेदकों को कोई समय नहीं दिया। बस एक सवाल पूछा 'तुम लोग हड़ताल क्यों कर रहे हो'।
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फोटो शाजापुर में हुई हड़ताल का |
इधर पूरे प्रदेश में हड़ताल चल रही है। ग्रामीण क्षेत्रों की स्वास्थ्य सुविधाएं चरमार गईं हैं। हड़ताल के चलते कई प्रसूताओं को तकलीफों का सामना करना पड़ रहा है और सीएम शिवराज सिंह हैं कि ऐसे रिएक्ट कर गए जैसे उन्हें कुछ पता ही नहीं। वो हड़ताली कर्मचारियों को सुनना ही नहीं चाहते।
इसके इतर मध्यप्रदेश शासन के प्रतिनिधि स्वास्थ्य विभाग के प्रमुख सचिव प्रवीर कृष्ण आज शिवपुरी में थे। जब भोपालसमाचार.कॉम के प्रतिनिधि से उनसे इस संदर्भ में सवाल किया तो उनका भी बड़ा ही टका सा जवाब था 'हड़ताल उनका संवैधानिक अधिकार है, करने दो'। उन्होंने यह भी जोड़ा कि 30 प्रतिशत वेतन बढ़ोत्तरी बड़ी मुश्किल से हुई है।
कुल मिलाकर सरकार के मुखिया शिवराज सिंह और शासन के मुखिया प्रवीर कृष्ण दोनों ने ही अलग अलग स्थानों पर दिए अपने बयान में स्पष्ट कर दिया है कि संविदा स्वास्थ्य कर्मचारी कितनी भी चिलचिलाती धूप में बैठे रहें, उन्हें कोई फर्क नहीं पड़ने वाला।