इंदौर। रीवा से नौकरी की आस में इंदौर आई युवती को भाई के दोस्त ने बहन बोलकर साथ रखा फिर बाद में उसके साथ छेड़छाड़ शुरू कर दी। युवती ने विरोध किया तो मारपीट की। 20 दिन तक युवती उसके चंगुल में रही। मौका पाकर वह भागकर रीवा पहुंची और रिपोर्ट कराई। आरोपी को बुधवार दोपहर जूनी इंदौर पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया।
टीआई अनिरुद्ध वाधिया ने बताया रीवा की रहने वाली युवती 10 अप्रैल से 30 अप्रैल तक सैफीनगर में सौरभ उर्फ शुभ पिता कृष्णानंद त्रिपाठी मूल निवासी सुंदरनगर रीवा के साथ रही थी। सौरभ युवती के भाई का दोस्त है और उसे बड़ी बहन मानता था।
उसने युवती को नौकरी दिलवाने का झांसा दिया। वह यहां तीन साल से किराए से रह रहा था। उसने कहीं काम नहीं दिलवाया। कमरे पर उसकी गर्लफ्रेंड भी आती थी। युवती ने पुलिस को बताया कि सौरभ उसके साथ अभद्र हरकतें करता था।
युवती ने विरोध किया तो उसने मारपीट शुरू कर दी और मोबाइल तोड़ दिया। युवती वापस जाने के लिए मिन्नतें करती रही लेकिन वह नहीं माना। उसने युवती के दस्तावेज और अन्य सामान रख लिया। एक दिन मौका पाकर सौरभ की प्रेमिका की मदद से वह भाग निकली।