जगदलपुर। छत्तीसगढ के बस्तर अंचल के सुकमा जिले के दरभा घाटी क्षेत्र मे आज नक्सलियो के हमले मे कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और नक्सल विरोधी अभियान..सलवा जूडूम ..के संस्थापक महेद्र र्कमा के मारे जाने की सूचना है। पूर्व मंत्री एवं प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष नंदकुमार पटेल और उनके पुत्र लापता हो गए तथा पूर्व केद्रीय मंत्री विद्याचरण शुक्ल समेत अनेक कांग्रेस नेता घायल है। इस सुनियोजित हमले से पूरी सरकार मे हडकंप मच गया है।
सूत्रों ने प्रत्यक्षदशियो के हवाले से बताया कि नक्सलियो ने सुनियोजित हमला घात लगाकर किया और लगता है कि उनके निशाने पर इस बार वरिष्ठ कांग्रेस नेता ही थे जो दरभा घाटी से लगभग 15 गाडियो के काफिले के साथ जा रहे थे। घायलो को जगदलपुर ले जाए जाने की सूचना है।
इस बीच श्री शुक्ल को इलाज के लिए जगदलपुर स्थित सरकारी अस्पताल मे भर्ती कराया गया है। वह लगभग दो घंटे तक घटनास्थल पर ही पडे रहे। उन्हे तीन गोलियां लगने की सूचना है। छपते छपते एक एसएमएस में बताया गया है कि श्री शुक्ला की मौत हो गई है। खबर की पुष्टि अभी नहीं हुई है।
सूत्रो ने प्रत्यक्षदशियो के हवाले से बताया कि नक्सलियो ने सुनियोजित हमला घात लगाकर किया और लगता है कि उनके निशाने पर इस बार वरिष्ठ कांग्रेस नेता ही थे जो दरभा घाटी से लगभग 15 गाडियो के काफिले के साथ जा रहे थे। घायलो को जगदलपुर ले जाए जाने की सूचना है।
उन्होने इस घटना पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि निर्दोष लोगो और सार्वजनिक जीवन से सरोकार रखने वाले लोगो पर हमला दुखद और चिंतनीय है तथा यह लोकतंत्र पर हमला है ।
सुकमा में परिवर्तन यात्रा के बाद वापस लौट रहे कांग्रेस के काफिले पर नक्सलियों ने शनिवार शाम को जबर्दस्त हमला किया। इसमें महेंद्र कर्मा की मौत हो गई। बारूदी सुरंग में विस्फोट करने के बाद आसपास छिपे नक्सलियों ने फायरिंग भी की। छत्तीसगढ़ के सीएम रमन सिंह ने आपात बैठक बुलाई है।
रायपुर से 390 किलोमीटर दूर सुकमा में नक्सलियों का हमला हुआ है। इसमें पूर्व केंद्रीय मंत्री विद्या चरण शुक्ल को गोली लगी है। विद्या चरण शुक्ल कांग्रेस के दिग्गज नेताओं में से एक माने जाते हैं। पूर्व मंत्री विद्या चरण की हालत गंभीर बताई जा रही है। विद्या चरण शुक्ल को तीन गोलियां लगी हैं। करीब 500 नक्सलियों ने काफिले को घेर कर गोली बारी की।
वहीं नंद कुमार पटेल अपने बेटे सहित अगवा कर लिए जाने की जानकारी मिल रही है। नंद कुमार पटेल प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष हैं। साथ ही इस हमले में महेंद्र कर्मा की गोली लगने से मौत हो गई है।
14 गाडिय़ों के काफिले में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष नंदकुमार पटेल, विद्याचरण शुक्ल, महेंद्र कर्मा भी थे। दो कांग्रेस कार्यकर्ता नक्सलियों की गोलियों से घायल हुए हैं। वारदात दरभा घाटी में थाने से करीब दस किमी दूर हुई। घायलों को दूसरे रास्ते से निकालने की कोशिश की जा रही है।
कांग्रेसियों के काफिले में शामिल रायपुर के कारोबारी राजीव शुक्ला को घायल अवस्था में रात 8.15 बजे हेलिकॉप्टर से रायपुर लाया गया। उन्हें राम कृष्ण अस्पताल में दाखिल कराया गया है। खबर लिखे जाने तक वरिष्ठ नेता विद्याचरण शुक्ला, कवासी लखमा समेत आधा दर्जन नेताओं को रायपुर लाए जाने की खबर थी। सुकमा में तीन हेलिकॉप्टर भेजे गए हैं।
कांग्रेस के मीडिया विभाग के अध्यक्ष शैलेष नितिन त्रिवेदी ने बताया कि घटना में विधायक कवासी लखमा को गोली लगी है। लखमा से फोन पर मेरी बात हुई है। प्रदेश अध्यक्ष नंदकुमार पटेल, उनके बेटे दिनेश पटेल और कवासी लखमा एक ही गाड़ी में बैठे थे। गोली लगने के बाद पटेल ने लखमा को बचाने की कोशिश की और उन्हें उतार दिया। इसके बाद नक्सली पटेल और उनके बेटे को अपने साथ ले गए। बाद में गोली चलने की आवाज आई। इसके बाद की खबर अच्छी नहीं है। त्रिवेदी ने बताया कि इस घटना की जानकारी सोनिया गांधी, राहुल गांधी और केंद्रीय गृहमंत्री सुशील शिंदे को दी गई है।
वरिष्ठ नेताओं की मौत की सूचना आने के साथ ही कांग्रेस भवन का माहौल गमगीन हो गया। सबके चेहरे उतर गए। कार्यकर्ताओं में भारी गुस्सा भी नजर आ रहा था। वे राजभवन और मुख्यमंत्री निवास का घेराव करने को लेकर हल्ला करते रहे। कुछ लोग जयस्तंभ चौक में जाकर प्रदर्शन करने की बात कर रहे थे। उनकी मांग थी कि राज्य में तुरंत राष्ट्रपति शासन लगाया जाए। बीच-बीच में मुख्यमंत्री डा. रमन सिंह और भाजपा सरकार के खिलाफ नारेबाजी होती रही। महिला कांग्रेस की कई कार्यकर्ता रोने लगीं।
मौत - महेंद्र कर्मा, उदय मुदलियार, कांग्रेस नेता नूर मोहम्मद राजनांदगांव की मौत
गोली लगी- विद्याचरण शुक्ल के पेट में गोली लगी
डा. शिवनारायण द्विवेदी (प्रदेश सचिव) , सुरेंद्र शर्मा (संयोजक विचार विभाग), चौलेश्वर चंद्राकर, शिव ठाकुर के पीठ में छर्रा लगा
महेद्र र्कमा की मौत की खबर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष लापता
जगदलपुर/ छत्तीसगढ के बस्तर अंचल के सुकमा जिले के दरभा घाटी क्षेत्र मे आज नक्सलियो के हमले मे कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और नक्सल विरोधी अभियान..सलवा जूडूम ..के संस्थापक महेद्र र्कमा के मारे जाने की सूचना है। पूर्व मंत्री एवं प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष नंदकुमार पटेल और उनके पुत्र लापता हो गए तथा पूर्व केद्रीय मंत्री विद्याचरण शुक्ल समेत अनेक कांग्रेस नेता घायल है। इस सुनियोजित हमले से पूरी सरकार मे हडकंप मच गया है।सूत्रो ने प्रत्यक्षदशियो के हवाले से बताया कि नक्सलियो ने सुनियोजित हमला घात लगाकर किया और लगता है कि उनके निशाने पर इस बार वरिष्ठ कांग्रेस नेता ही थे जो दरभा घाटी से लगभग 15 गाडियो के काफिले के साथ जा रहे थे। घायलो को जगदलपुर ले जाए जाने की सूचना है।
मनमोहन ने माओवादी हमले की निंदा की
नयी दिल्ली/ प्रधानमंत्री डा. मनमोहन सिंह ने छत्तीसगढ मे माओवादियो के हमले को कायरतापूर्ण और लोकतंत्र विरोधी कृत्य बताते हुए इसकी तीव्र निंदा की है तथा राज्य को हर संभव सहायता देने का भरोसा दिलाया है।छत्तीसगढ मे कांग्रेसी नेताओ पर हमला दुखद. सोनिया गांधी
नयी दिल्ली/ कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने आज शाम छत्तीसगढ के सुकुमा जिले की दरभा घाटी मे पार्टी नेताओ पर हुए प्राणघातक हमले की कडी निंदा करते हुए इस पर दुख जताया और इसे लोकतंत्र पर हमला करार दिया 1उन्होने इस घटना पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि निर्दोष लोगो और सार्वजनिक जीवन से सरोकार रखने वाले लोगो पर हमला दुखद और चिंतनीय है तथा यह लोकतंत्र पर हमला है ।
पुलिस मुख्यालय में डीजीपी ने बुलाई आपात बैठक
डीजीपी राम निवास ने घटना की सूचना मिलते ही रात साढ़े 8 बजे सभी अफसरों की बैठक बुलवाई। उन्होंने मीडिया से बातचीत में केवल संयम बरतने को कहा। उन्होंने जानकारी दी कि उनकी एक टीम रायपुर से सुकमा के लिए रवाना हो गई है। उन्होंने घटना से संबंधित जानकारी नहीं दी। बैठक में शामिल कुछ अधिकारी बाद में मुख्यमंत्री निवास भी गए। वहां सीएम ने अधिकारियों और मंत्रियों की बैठक ली।सुकमा में परिवर्तन यात्रा के बाद वापस लौट रहे कांग्रेस के काफिले पर नक्सलियों ने शनिवार शाम को जबर्दस्त हमला किया। इसमें महेंद्र कर्मा की मौत हो गई। बारूदी सुरंग में विस्फोट करने के बाद आसपास छिपे नक्सलियों ने फायरिंग भी की। छत्तीसगढ़ के सीएम रमन सिंह ने आपात बैठक बुलाई है।
रायपुर से 390 किलोमीटर दूर सुकमा में नक्सलियों का हमला हुआ है। इसमें पूर्व केंद्रीय मंत्री विद्या चरण शुक्ल को गोली लगी है। विद्या चरण शुक्ल कांग्रेस के दिग्गज नेताओं में से एक माने जाते हैं। पूर्व मंत्री विद्या चरण की हालत गंभीर बताई जा रही है। विद्या चरण शुक्ल को तीन गोलियां लगी हैं। करीब 500 नक्सलियों ने काफिले को घेर कर गोली बारी की।
वहीं नंद कुमार पटेल अपने बेटे सहित अगवा कर लिए जाने की जानकारी मिल रही है। नंद कुमार पटेल प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष हैं। साथ ही इस हमले में महेंद्र कर्मा की गोली लगने से मौत हो गई है।
14 गाडिय़ों के काफिले में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष नंदकुमार पटेल, विद्याचरण शुक्ल, महेंद्र कर्मा भी थे। दो कांग्रेस कार्यकर्ता नक्सलियों की गोलियों से घायल हुए हैं। वारदात दरभा घाटी में थाने से करीब दस किमी दूर हुई। घायलों को दूसरे रास्ते से निकालने की कोशिश की जा रही है।
कांग्रेसियों के काफिले में शामिल रायपुर के कारोबारी राजीव शुक्ला को घायल अवस्था में रात 8.15 बजे हेलिकॉप्टर से रायपुर लाया गया। उन्हें राम कृष्ण अस्पताल में दाखिल कराया गया है। खबर लिखे जाने तक वरिष्ठ नेता विद्याचरण शुक्ला, कवासी लखमा समेत आधा दर्जन नेताओं को रायपुर लाए जाने की खबर थी। सुकमा में तीन हेलिकॉप्टर भेजे गए हैं।
कांग्रेस के मीडिया विभाग के अध्यक्ष शैलेष नितिन त्रिवेदी ने बताया कि घटना में विधायक कवासी लखमा को गोली लगी है। लखमा से फोन पर मेरी बात हुई है। प्रदेश अध्यक्ष नंदकुमार पटेल, उनके बेटे दिनेश पटेल और कवासी लखमा एक ही गाड़ी में बैठे थे। गोली लगने के बाद पटेल ने लखमा को बचाने की कोशिश की और उन्हें उतार दिया। इसके बाद नक्सली पटेल और उनके बेटे को अपने साथ ले गए। बाद में गोली चलने की आवाज आई। इसके बाद की खबर अच्छी नहीं है। त्रिवेदी ने बताया कि इस घटना की जानकारी सोनिया गांधी, राहुल गांधी और केंद्रीय गृहमंत्री सुशील शिंदे को दी गई है।
कांग्रेस भवन में जुटे नेता
घटना की जानकारी मिलने के बाद कांग्रेस भवन में अफरा-तफरी मची रही। कांग्रेस नेता और कार्यकर्ता वहां अपने नेताओं का हालचाल जानने की कोशिश करते रहे। राष्ट्रीय प्रवक्ता भक्तचरण दास, पूर्व प्रदेश अध्यक्ष धनेंद्र साहू, पूर्व मंत्री भूपेश बघेल, विधान मिश्रा, महिला कांग्रेस की प्रदेश अध्यक्ष अंबिका मरकाम, विधायक कुलदीप जुनेजा, जिलाध्यक्ष इंदरचंद धाड़ीवाल, पंकज शर्मा के साथ कार्यकर्ता जानकारी लेते रहे।वरिष्ठ नेताओं की मौत की सूचना आने के साथ ही कांग्रेस भवन का माहौल गमगीन हो गया। सबके चेहरे उतर गए। कार्यकर्ताओं में भारी गुस्सा भी नजर आ रहा था। वे राजभवन और मुख्यमंत्री निवास का घेराव करने को लेकर हल्ला करते रहे। कुछ लोग जयस्तंभ चौक में जाकर प्रदर्शन करने की बात कर रहे थे। उनकी मांग थी कि राज्य में तुरंत राष्ट्रपति शासन लगाया जाए। बीच-बीच में मुख्यमंत्री डा. रमन सिंह और भाजपा सरकार के खिलाफ नारेबाजी होती रही। महिला कांग्रेस की कई कार्यकर्ता रोने लगीं।
सरकार को बर्खास्त किया जाए : तीसरा मोर्चा
छत्तीसगढ़ संयुक्त मोर्चा और छत्तीसगढ़ स्वाभिमान मंच ने भाजपा सरकार को बर्खास्त करने की मांग की है। स्वाभिमान मंच के केंद्रीय प्रवक्ता राजकुमार गुप्त ने कहा कि कांग्रेस नेताओं पर हमले की हम निंदा करते हैं। इस तरह की हिंसा नहीं होनी चाहिए। इससे साबित हो गया है कि प्रदेश सरकार आम लोगों के साथ विशिष्ट लोगों की सुरक्षा देने में पूरी तरह असफल है। भाजपा सरकार को बने रहने का नैतिक अधिकार नहीं है। इसे तत्काल बर्खास्त किया जाए। राज्य सरकार कानून-व्यवस्था संभाल नहीं पा रही है।मौत - महेंद्र कर्मा, उदय मुदलियार, कांग्रेस नेता नूर मोहम्मद राजनांदगांव की मौत
गोली लगी- विद्याचरण शुक्ल के पेट में गोली लगी
डा. शिवनारायण द्विवेदी (प्रदेश सचिव) , सुरेंद्र शर्मा (संयोजक विचार विभाग), चौलेश्वर चंद्राकर, शिव ठाकुर के पीठ में छर्रा लगा