खंडवा। मध्यप्रदेश के खंडवा जिले में स्वास्थ्यकर्मियों की हड़ताल के चलते मजबूरीवश एक महिला को कल खुले आसमान के नीचे प्रसव करवाना पड़ा और असुरक्षित प्रसव से नवजात शिशु की जान चली गई।
पीड़ित महिला फेमिदा बी के परिवार के अनुसार जिले में स्वास्थ्यकर्मियों की हड़ताल के चलते सिंगोट का स्वास्थ्य केन्द्र नहीं खुला। हद तो तब हो गई जब खंडवा के ग्रामीण अंचलों में सुरक्षित प्रसव के लिए चलाया जा रहा जननी सुरक्षा वाहन समय पर नहीं पहुंचा। असुरक्षित प्रसव से नवजात शिशु की जान चली गई। प्राप्त जानकारी अनुसार खंडवा के पिपलौद थाना क्षेत्र के बोरखेड़ा गांव निवासी फेमिदा बी को प्रसव पीड़ा हुई तो उसके परिजनों ने जननी सुरक्षा एक्सप्रेस के लिए जीरवन स्थित स्वास्थ्य केन्द्र पर संपर्क किया।
जननी वाहन आने में विलंब और प्रसूता को हो रही तकलीफ के मद्देनजर परिवार के लोग मजबूरीवश पीड़ित महिला को मोटरसाइकिल पर सिंगोट स्वास्थ्य केन्द्र ले गए। यहां संविदा स्वास्थ्यकर्मियों ने हड़ताल के चलते केन्द्र नहीं खोला था। फेमिदा को खुले आसमान के नीचे प्रसव करवाया गया, जिससे उसके नवजात शिशु की मौत हो गई।