बड़वानी। जाग्रत आदिवासी दलित संगठन के कार्यकर्ता शनिवार को लगातार दूसरे दिन चार थानों और दो पुलिस चौकियों के सामने धरने पर डटे रहे। संगठन की नेत्री सुश्री माधुरी को बिना जमानत रिहा किए जाने की मांग को लेकर पुलिस थाना पानसेमल, निवाली, सिलावद व पाटी तथा पुलिस चैकी पलसूद व बोकराटा के सामने संगठन के कार्यकर्ता लाल झंडियों के साथ धरने पर बैठे हैं।
उधर माधुरीबेन की गिरफतारी को लेकर तरह-तरह के सवाल उठ रहे हैं। हालांकि पुलिस ने इस मामले में अपने को पाक साफ सिद्ध करने के लिए मेणीमाता केस में खात्मा रिपोर्ट लगा दी लेकिन इसे न्यायालय ने नहीं माना। पुलिस की खात्मा रिपोर्ट पर फरियादी द्वारा आपत्ति लेने को संदेह की नजर से देखा जा रहा है। यह सवाल उठ रहा है कि पुलिस ने जांच के दौरान फरियादी को संतुष्ट क्यों नहीं किया।