ग्वालियर। फूलबाग से बेटी के लापता होने के बाद पुलिस में रिपोर्ट कराने के लिए उसका पिता बुधवार रात भर भटकता रहा। रात में वह पड़ाव थाने पहुंचा। यहां पर पुलिस ने उसे इंदरगंज में रिपोर्ट दर्ज कराने की बात कहकर भगा दिया। इंदरगंज पहुंचने पर पड़ाव थाने का मामला बता कर लौटा दिया। गुरुवार सुबह जब यह बात आला अफसरों के ध्यान में लाई गई, तब कहीं जाकर बेटी की गुमशुदगी दर्ज हो सकी।
ललितपुर कॉलोनी में रहने वाले शंकर की बेटी बुधवार शाम फूलबाग में परिजन के साथ पहुंची। इनके साथ उनका दामाद भी था। कुछ देर बाद यहां से बेटी मंजू लापता हो गई। शंकर इसकी रिपोर्ट कराने के लिए बुधवार रात लगभग 11 बजे पड़ाव थाने पहुंचे। यहां पर मौजूद पुलिसकर्मियों ने कहा कि यह मामला इंदरगंज थाने का है, इसलिए वे वहां चले जाएं। शंकर और उनके परिजन थाना सीमा के विवाद से परिचित नहीं थे, इसलिए वे तुरंत इंदरगंज थाने पहुंच गए। यहां भी पुलिसकर्मियों ने उनसे कह दिया कि गुमशुदगी उनके इलाके से नहीं हुई है। सुबह जब यह मामला टीआई पड़ाव अनिल उपाध्याय की जानकारी में आया, तब उन्होंने गुमशुदगी का मामला दर्ज कराया।
दहेज के लिए बेटी से छेड़छाड़
कंपू थाने में गुरुवार की सुबह एक युवती अपनी मां और भाई के साथ पहुंची थी। इसने बताया उसका पिता मुन्नालाल पिछले कई दिन से उसके साथ छेड़छाड़ कर रहा है। वह मां-बेटी से मारपीट भी करता है। युवती की मां ने बताया कि मुन्नालाल दहेज लाने के लिए उसे प्रताडि़त करता है। विरोध करने पर वह नाक-कान काटने की धमकी भी देता है।
इन लोगों का कहना था कि 8 अप्रैल को वह रिपोर्ट दर्ज कराने के लिए कंपू थाने आए थे, लेकिन पुलिस ने उनकी बात को नहीं सुना। इस मामले में टीआई कंपू राकेश श्रीवास्तव का कहना है कि 8 अप्रैल को आई शिकायत के बाद शांति भंग करने के मामले में मुन्नालाल को गिरफ्तार किया था। आज इन्होंने जो आरोप लगाए हैं उसके अनुसार छेड़छाड़ और दहेज प्रताडऩा तथा धमकी देने का मामला दर्ज कर लिया है।
शिकायत दुष्कर्म की, केस छेड़छाड़ का दर्ज
बिजौली थाना पुलिस ने एक बालिका के साथ छेड़छाड़ करने वाले पड़ोसी को हिरासत में लिया है। वहीं बालिका के परिजन गुरुवार को महिला थाने पहुंचे। इन्होंने बिजौली थाने की पुलिस पर आरोप लगाया कि बालिका के साथ दुष्कर्म हुआ था, लेकिन पुलिस ने छेड़छाड़ का मामला दर्ज किया है और घटना के समय बालिका द्वारा पहने गए कपड़े भी धुलवा दिए। परिजन इसके बाद एसपी ऑफिस भी पहुंचे, लेकिन उनकी मुलाकात पुलिस अफसरों से नहीं हो सकी। एएसपी देहात योगेश्वर शर्मा का कहना है कि इस मामले में एसडीओपी बेहट को जांच करने के आदेश दिए हैं।